भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं पर चलकर ही जीवन को बना सकते हैं खुशहाल: हरभजन सिंह
चंडीगढ़ / 17 अक्टूबर / नीरज बाली
पंजाब के लोक निर्माण और बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट दिवस के पवित्र अवसर पर सभी को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं पर चलकर ही व्यक्ति अपने जीवन को खुशहाल बना सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलना आज की सबसे बड़ी जरूरत है, तभी हम समाज में भाईचारा और एकता पैदा कर सकते हैं।
वह आज जंडियाला के नथूआणा गेट स्थित भगवान वाल्मीकि जी के मंदिर में आयोजित प्रकट दिवस के कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। उन्होंने इस मौके पर भगवान वाल्मीकि मंदिर में झंडा रस्म भी अदा की और भगवान वाल्मीकि जी का आशीर्वाद लिया।
उल्लेखनीय है कि आज कैबिनेट मंत्री स.ई.टी.ओ. ने प्रकट उत्सव के अवसर पर भूषणपुरा, गिलवाली गेट, शास्त्री मार्केट और गांव माहला में आयोजित कार्यक्रमों में भी उपस्थित हुए । इसके अलावा, कैबिनेट मंत्री स.हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने जंडियाला गुरु में भगवान वाल्मीकि जी के प्रकट उत्सव पर निकाली गई विशाल शोभायात्रा में भी हिस्सा लिया।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि संस्कृत के पहले कवि भगवान वाल्मीकि जी की अमर रचना, महान महाकाव्य रामायण, सदा तक मानवता को सत्य का मार्ग दिखाती रहेगी। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि ने अपनी रचनाओं के माध्यम से मानवता को नैतिक मूल्यों और भलाई का रास्ता दिखाते हुए एक निष्पक्ष समाज की रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी की सदियों पुरानी रचनाएँ आज के समाज को भी उसी प्रकार दिशा दे रही हैं। भगवान वाल्मीकि जी ने पीडि़तों को कष्टों से निकालकर और लोगों को सही मार्ग पर मार्ग पर लाए ।
स.हरभजन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि भगवान वाल्मीकि जी का तप स्थान पंजाब में है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स.भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार वाल्मीकि समाज की भलाई के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि आज के इस पवित्र दिन पर हम यह संकल्प लें कि हम भगवान वाल्मीकि जी द्वारा दिखाए गए प्रेम, त्याग और दीन दुखियों की सेवा के मार्ग को अपनाकर एक बेहतर समाज का निर्माण करें। इस अवसर पर वीर मुकेश (लाडी) के कीर्तन जत्थे ने संगत को अपने कीर्तन से निहाल किया।
इस मौके पर श्रीमती सुरिंदर कौर, स. सुखविंदर सिंह, स सतिंदर, स सरबजीत सिंह डिंपी (शहरी प्रधान), श्री नीरज कुमार (एस.एच.ओ.), श्रीमती सुनैना रंधावा (ब्लॉक प्रधान), रंजीत सिंह कुकी, मनोहर सिंह, हरजीत सिंह काकू, रमेश कुमार, देवीदासपुर के सरपंच निशान सिंह, गुरदयाल सिंह के अलावा बड़ी संख्या में संगत और गांवों के पंच-सर्पंच उपस्थित थे।