हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर
शिमला / 26 सितंबर / न्यू सुपर भारत /
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और सिरमौर में भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सिरमौर के पांवटा साहिब क्षेत्र में अंबोया खाला में बादल फटने की घटना में रंगी राम नामक व्यक्ति की मौत हो गई। मलबे की चपेट में आने से उनकी जान गई, जबकि भारी बारिश के कारण पांच दुकानें, दो पुल, एक शेड और दो घराट भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
सतौन क्षेत्र में एंगल स्टेशन के पास एक कृत्रिम झील बन रही है, जिसके बढ़ते जलस्तर से स्थानीय एससी बस्ती को खतरा उत्पन्न हो सकता है। पानी की निकासी की कोई योजना न होने के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। यदि यह झील टूटती है, तो बस्ती में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा।
राजधानी शिमला में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से शहर की सड़कें जलमग्न हो गई हैं। बरसाती नाले उफान पर हैं, जिससे कई जगह भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। टॉलबैंड के पास मलबे में एक गाड़ी फंस गई है और खलीनी-टूटीकंडी मार्ग पर एक पेड़ गिरने से वाहनों की लंबी लाइन लग गई है।
एनएच-3 पर निर्माण कार्य के चलते आवाहदेवी- दिल्ली और जम्मू-कटड़ा रूट की एचआरटीसी बस बांरी पंचायत के चाहड़ मोड़ के पास मलबे में फंस गई। हालांकि, हमीरपुर जिले में बारिश के कारण सड़क पर जलभराव होने के बाद बस को सुरक्षित निकाल लिया गया और यात्रियों को कोई चोट नहीं आई।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि हिमाचल प्रदेश में मानसून ने फिर से एक बार कहर बरपाया है, जिससे लोगों की जिंदगी पर असर पड़ रहा है।