ऊना में दिसम्बर 2023 तक बैंको ने बांटे 1970.30 करोड़ के ऋण
ऊना / 6 मार्च / न्यू सुपर भारत
सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के तहत ऋण आवेदनों को सभी बैंक समय पर मंजूरी दें ताकि इन योजनाओं का लाभ उठाकर आम व्यक्ति आत्मनिर्भर बन सके। यह निर्देश उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने जिला स्तरीय समीक्षा समिति व जिला सलाहकार समिति ऊना की त्रैमासिक बैठक में उपस्थित बैंक अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिला में अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न बैंको की ऋण योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ साथ जिला के ऋण-जमा अनुपात में भी सुधार हो सके द्य उन्होने सभी बैंको को निर्देश दिए कि वित्तीय साक्षरता शिवरों के द्वारा आमजन व किसानो को प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना सहित अन्य योजनाओं बारे भी शिक्षित किया जाए। उपायुक्त ने वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत बैंकों की उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया तथा प्राथमिक क्षेत्र की उपलब्धियों को सुधारने और जमाऋण अनुपात बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व बैठक में तीसरी तिमाही में बैंकों द्वारा लक्ष्यों की तुलना में उपलब्धियों की समीक्षा करते हुये, पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रवन्धक युवराज आनंद ने बताया कि ज़िला के बैंकों ने दिसम्बर 2023 तक 2401.56 करोड़ के ऋणों के वार्षिक लक्ष्य के बदले 1970.30 करोड़ के ऋण वितरित किये। बैंकों की जमा राशि 13621.03 करोड़ हो गयी है जिसमें 11.59 प्रतिशत बार्षिक दर से बृद्धि हुई है जबकि ऋण 11.34 प्रतिशत की दर से बढ़ कर 4112.34 करोड़ हो गया है परिणाम स्वरूप ज़िला का ऋण जमा अनुपात बर्ष में 30.19 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने कहा कि सभी बैंकों को ऋण जमा अनुपात सुधारने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। मुख्य प्रबंधक ने बताया कि ज़िला में बैंकों ने 31 दिसम्बर 2023 तक 66,096 कृषि कार्ड किसानों कों बांटे हैं जबकि दिसम्बर तिमाही में बैंकों ने 12,00 कृषि कार्ड किसानों कों बांटे हैं । बैंकों का कृषि ऋण 784.95 करोड़ है जो कि कुल ऋणों का 19.09 प्रतिशत है ।
इस अवसर पर उपायुक्त जतिन लाल ने ऊना जिले में वर्ष 2024-25 के लिए बैंकों द्वारा प्रस्तावित 2431.43 करोड़ रूपये के ऋण वितरण लक्ष्य की पुस्तिका का विमोचन किया तथा प्रस्तावित ऋण वितरण लक्ष्य का अनुमोदन किया। उपायुक्त ऊना ने कहा कि वर्ष 2024-25 में बैंकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों, कृषि, उद्योग, अन्य प्राथमिकता एवं गैर-प्राथमिकता क्षेत्र में कुल 2431.43 करोड़ के ऋण वितरित किए जायेंगे द्य उन्होंने वताया कि इसमें कृषि क्षेत्र में 948.70 करोड़ रुपए, उद्योग में 900 करोड़ रुपए, अन्य प्राथमिकता क्षेत्र में 398 करोड़ रुपए व गैर-प्राथमिकता क्षेत्र में 184.30 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किये जायेंगे।
मुख्य ज़िला अग्रणी बैंक प्रबन्धक गुरचरण भट्टी ने बैंकों कों बार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत निधारित लक्ष्यों को समय पर प्राप्त करने का अनुरोध किया ताकि लोगों की आर्थिक जरूरतों कों पूरा किया जा सके। मुख्य अग्रणी बैंक प्रबन्धक गुरचरण भट्टी ने अधिक से अधिक कृषि कार्ड बाँटने, कृषि औजारों हेतु ऋण प्रदान करने तथा लघु उद्योगों कों बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री सामाजिक सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए सभी बैंक और सरकारी/गैरसरकारी अधिकारी भरसक योगदान दें ।
नाबार्ड की ज़िला विकास प्रबन्धक सबरीना राजवंशी ने बैठक में शामिल सदस्यों कों स्वयं सहायता समूह बनाने हेतु, जे.एल.जी. तथा नये किसान क्लब बनाने का अनुरोध किया । सभी किसानो को कृषि कार्ड देने का आह्वान किया । बैठक में पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रवन्धक युवराज आनंद, जिला अग्रणी अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक आशीष सांगडा, जिला विकास प्रबन्धक सबरीना राजवंशी, आरसेटी निर्देशक संदीप ठाकुर, विनय शर्मा उपनिदेशक पशुपालन बिभाग, के के भरद्वाज उपनिदेशक बागवानी, कुलभूषण धीमान उपनिदेशक कृषि विभाग, विवेक शर्मा मतस्य विभाग , ज्योति शर्मा डीपीएम् डीआरडीए ऊना सहित विभिन्न बैंकों के ज़िला समन्वयकों के अलावा सरकारी/ गैरसरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।