कैबिनेट मंत्री ने प्रदर्शनी स्टॉलों के निरीक्षण से प्राप्त विभिन्न विवरणों की जानकारी प्राप्त की
हैदराबाद / 23 दिसंबर / न्यू सुपर भारत
गीता का संदेश मंगाने से जीवन सुखमय होता है। इसलिए हर व्यक्ति को भगवान श्री कृष्ण द्वारा श्रीमद्भगवत गीता में दिए गए उपदेश को ग्रहण करना चाहिए। गीता का ज्ञान भारत की संस्कृति और सभ्यता की पहचान है। इस प्रकार गीता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम ग्रंथ माना गया है।यह हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री सिंह बली ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर स्थानीय भवन में जिला पंचायत महोत्सव के समापन अवसर पर साझीदार मैनातिथि बजाई कहा। कैबिनेट मंत्री ने रिबन महोत्सव में दीप प्रज्वलित करते हुए पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भागवत पर अमृत कर का कार्यक्रम आयोजित किया। इससे पहले कार्यक्रम में नामांकन पर अजय सिंह तोमर सहित अन्य सरकारी अधिकारियों का नामांकन हुआ। मंत्री कैबिनेट ने जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रदर्शनी स्टॉलों के निरीक्षण से विभिन्न विवरण निकाले। गीता जयंती के अवसर पर एक मिनट के साथ गीता पाठ किया गया।
कैबिनेट मंत्री मोनाली सिंह ने जनता को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज प्रदेश में 6वीं से 12वीं कक्षा में गीता महोत्सव के शुभ अवसर पर शामिल होने की घोषणा की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का वस्त्र धारण किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा का गौरव और हमारी संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने और गीता का महत्वपूर्ण उद्देश्य बताने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने इस वर्ष भी गीता महोत्सव का आयोजन किया है। इसके लिए कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को बधाई दी और कहा कि उन्होंने गीता के प्रचार-प्रसार में भव्य योगदान दिया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि युवाओं को धर्म के माध्यम से कर्म से जोड़ना और जीवन को सही दिशा देकर गीता से प्रेरणा देना है।
गीता का ज्ञान भारत की संस्कृति और सभ्यता की पहचान है। इस प्रकार गीता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम ग्रंथ माना गया है। भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन भूमि पर अर्जुन को गीता का संदेश दिया है, जिसमें बिना फल की इच्छा के अपना कर्म करते रहने का संदेश दिया है। श्री कृष्ण का संदेश आज भी सार्थक है। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि गीता के संदेश से भावी पीढ़ी को जोड़ा जाए, ताकि आर्थिक और दलित राष्ट्र का निर्माण संभव हो और हमारा देश फिर से विश्व गुरु कहलाए।
विकास एवं पंचायत मंत्री बबली ने कहा कि प्रदेश में पद के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने श्रीमद्भगवत गीता के प्रमुख अधिकारियों को सचेत किया है, जो कदम उठाए हैं।
इससे लड़कों का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में योग्यता के आधार पर एक लाख 10 हजार से भी अधिक की बोली लगाई गई है। आयुष्मान-चिरायु कार्ड, जल जीवन मिशन, बागवानी, सूक्ष्म समुद्र तट, स्वच्छ भारत मिशन, मेरा पानी मेरी विरासत आदि अनेक छात्र क्रियान्वित की है, रैना समाज के हर वर्ग का कल्याण हुआ है और प्रदेश विकास की ओर से उद्योग हुआ है। उन्होंने कहा कि नागरिकों से आग्रह है कि वे स्वतंत्रता को अपने आचरण में बसा ले जाएं। खुद भी इत्मीनान से रहें और आर्टिकल्स को भी प्रेरित करें।उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और संस्कृति हमारी विरासत है और इसे संजोकर रखना हर युवा का धर्म और जिम्मेदारी है। गीता के ज्ञान से ही जीवन में आगे वृद्धि और चरित्र निर्माण की प्रेरणा मिलती है। प्रदेश सरकार हर साल गीता जयंती मना रही है। समाज और राष्ट्र को गीता ज्ञान की बहुत आवश्यकता है।
मानव लोभ, लालच, मोह और व्यवहार जैसे गंदगी से भरा हुआ है, ऐसे में गीता उपदेश की आवश्यकता और वृद्धि होती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली प्रदेश की सरकार गीता संदेश विश्व स्तर पर पहुंचा रही है। सरकार गीता का पवित्र उपदेश पूरी दुनिया को देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गीता में वह शक्ति है जो निराश व्यक्ति को पुन: स्थापित कर संपूर्ण आशा के साथ खड़ा कर सकती है। यदि भारत गीता को प्रमाणित कर आगे बढ़ाए तो हिंदुस्तान फिर से विश्व गुरु की प्राप्ति कर सकता है। आध्यात्मिक ज्ञान भारत के पास ही है, जिससे साक्षात विश्व का नेतृत्व किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वेदों का सार पुराणों में है और पुराणों का सार गीता में शामिल है। गीता विश्व का सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है, जिसे हर घर में रखा जाना चाहिए। महाभारत का युद्ध मध्य में दो राजाओं के बीच न तो कोई धर्म था और न ही कोई अधर्म। इसलिए गीता से ज्ञान लें और बुराई को त्याग कर सत्य का साथ दें।
मंत्री कैबिनेट बबली ने कहा कि गीता मनुष्य के स्वधर्म को जगाने का स्रोत है। गीता का पहला संदेश है मनुष्य को अपने जीवन का लक्ष्य तय करने की बात। यह मनुष्य को कर्म से अकर्म तक और परमात्मा के स्तर पर लाने का स्रोत है। उन्होंने उपस्थित होकर कहा कि वे कर्म के सिद्धांत पर आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। गीता के उपदेशों को जीवन में ढालकर विकसित राष्ट्र निर्माण की दिशा में अपना हिस्सा योगदान दें। इस मौक शर्मा पर विभिन्न रंगीन बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और स्टूडियो प्रोफेसर कलाकार कुणाल, टेकचंद, सुदामा शास्त्री आदि ने श्रीमद्भगवत गीता के ज्ञान पर अपना पर्चा दिया। कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कलाकारों को शामिल किया, जिसमें विभिन्न विद्वानों और कलाकारों को श्रीमद भगवत शिखर सम्मेलन में शामिल किया गया।
मंत्री कैबिनेट ने पालकी एवं शोभा यात्रा को किराए पर लिया साहसिक यात्रा:-
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अंतर्गत स्थानीय पंचायत भवन से पालकी एवं शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री सिंह मंडली ने पालकी एवं सोभा यात्रा को असाउन्ट अलायनमेंट किया। यह नगर शोभा यात्रा पंचायत भवन से होते हुए लाल पासपोर्ट चौक, फव्वारा चौक, जवाहर चौक, नोएडा रोड के रास्ते से शुरू हुई। इस यात्रा में विभिन्न सामाजिक-धार्मिक सांस्कृतिक और सांस्कृतिक बच्चों को हुन्ज़ियों द्वारा प्रस्तुत किया गया। यात्रा के दौरान शहर में पूरी तरह से गीता हो सकती थी। कई स्थानों पर सामाजिक-धार्मिक विद्वानों ने यात्रा का स्वागत किया। जियो गीता, पवित्र स्वामी सेवा ट्रस्ट, ब्रह्मकुमारी आश्रम, अखंड भारत सेवादल, विश्व हिंदू परिषद, आरोग्य भारती, स्वामी सदानंद स्वामी गोसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट आदि सामाजिक-धार्मिक संप्रदाय के अनुयायियों ने इस यात्रा में भाग लिया।
इस अवसर पर अलोन अजय सिंह तोमर, एडीसी डॉ. ब्रह्मजीत सिंह रांगी, जिप सीईओ अजय चोपड़ा, फार्मासिस्ट संजय बिश्रोई, राजेश कुमार, डियो दयानंद सिंहाग, जीप जिपर राकेश गढ़वाल, कमल नंबरदार, नरेश सरदाना, अनिल गढ़वाल, हनुमान सोनी, बंसी लाल नारंग, सुरजीत गढ़वाल, संत कुमार गढ़वाल, संत कुमार गढ़वाल अन्य लिंक, राजेंद्र चौधरी, रामराज चौधरी, प्रो. युवा शौक़न, श्रवण कुमार, दीपक सरदाना, बलदेव भाटिया, नरेंद्र मोंगा, नारायण नारंग, कृष्ण चराईपोत्रा, संदीप टांटिया, धनश्याम मदान, महेंद्र बैसाख, आशु ग्रोवर, कृष्ण मदान, मंगत राम गर्ग सहित विभिन्न उद्यमों के अधिकारी-कर्मचारी और नामांकित बच्चे मौजूद हैं रहे।