मनलोग कलां के लिए लगभग 2.59 करोड़ की पेयजल योजना का कार्य शीघ्र होगा आरम्भ
सोलन / 14 दिसंबर / न्यू सुपर भारत
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने और उपलब्ध कृषि योग्य भूमि से उत्पादन में वृद्धि के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग आवश्यक है। मुख्य संसदीय सचिव आज सोलन के अर्की विधानसभा क्षेत्र के नालागढ़ उपमण्डल की ग्राम पंचायत मनलोग कलां में आयोजित किसान मेले को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश में प्राकृतिक खेती के माध्यम से किसानों की आय में आशातीत वृद्धि करने और उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प हैं। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जहां प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है वहीं इस उपज को और बेहतर मूल्य दिलवाने के लिए योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के उपयोग और अनुसंधान को खेत तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है।
संजय अवस्थी ने कहा कि किसान मेले को ग्राम पंचायत मनलोग कलां में आयोजित करने का उद्देश्य इस समूचे क्षेत्र में कृषि प्रधान योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने आशा जताई कि किसान मेले में सुझाई गई कृषि करने की नई तकनीकों को किसान अपनाएंगे ताकि उपज में बढ़ौतरी के साथ-साथ उनकी आर्थिकी में सुधार हो सके।
उन्होंने कहा कि चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यलाय नौणी में कृषि क्षेत्र में हो रहे नए अनुसंधान और उत्पादन प्रबंधन की जानकारी किसानों तक पहंुचाई जानी आवश्यक है ताकि किसान इससे समय पर लाभान्वित हो सकें।मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कृषि की आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में युवाओं के लिए रोज़गार व स्वरोज़गार की भरपूर सम्भावनाएं हैं। वर्तमान आधुनिक युग में बेहतर तकनीक, उत्तम बीज और रचनात्मक सिंचाई को उपयोग में लाकर कृषि क्षेत्र में उपज को बढ़ाया जा सकता है। इससे जहां रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे वहीं आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी।
उन्होंने कहा कि मनलोग कलां की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए लगभग 2.59 करोड़ रुपए की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार है और शीघ्र ही इसका कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने ग्रामवासियों की सभी मांगों को चरणबद्ध रूप से पूर्ण करने का आश्वासन दिया। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर प्राकृतिक खेती के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने वाले प्रगतिशील किसानों और स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित भी किया।
उन्होंने महिला मण्डल मनलोग कलां को अपनी ओर से 11 हजार रुपए देने की घोषणा की।
मुख्य संसदीय सचिव ने इस अवसर पर क्षेत्र की समस्याएं सुनी और इनके निकारण के निर्देश दिए।
डॉ. वाई.एस.परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने विश्वविद्यालय द्वारा कृषि अनुसंधान और तकनीक के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि कृषि क्षेत्र में आ रही नई तकनीक की जानकारी के लिए आपसी संवाद बनाए रखें और रेडियो एवं सोशल मीडिया के माध्यम से भी जानकारी प्राप्त करते रहें।
ज़िला सोलन कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष दिलीप सिंह, ग्राम पंचायत मनलोग कलां के प्रधान अमर सिंह नेगी, ग्राम पंचायत दिग्गल के प्रधान पवन कौशल, ग्राम पंचायत मनलोग कलां के उप प्रधान संजीव, बीडीसी सदस्य रमेश ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल, वनमण्डलाधिकारी नालागढ़ एच.के.गुप्ता, विकास खण्ड अधिकारी नालागढ़ गौरव धीमान, विकास खण्ड अधिकारी कुनिहार आकृति ठाकुर, डॉ. वाई.एस.परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के विस्तार शिक्षा के निदेशक इंद्र देव, कृषि विज्ञान केन्द्र सदन कण्डाघाट के संयोजक जितेन्द्र चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं समूचे क्षेत्र के ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित रहे।