आयुष विभाग की ओर से बाल भवन में प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर सेमिनार, प्रदर्शनी व शिविर का आयोजन
फतेहाबाद / 18 नवंबर / न्यू सुपर भारत
आयुष विभाग द्वारा राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर स्थानीय बाल भवन फतेहाबाद में सेमिनार, प्रदर्शनी एवं शिविर का आयोजन किया गया । इस शिविर में प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञा बीके मंजूषा मुख्य वक्ता एवं अतिथि के रूप में उपस्थित रही । कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन करके हुई और तत्पश्चात नोडल अधिकारी डॉ. राजेश सरदाना ने अपने वक्तव्य में आयुर्वेद में वर्णित “यथा पिंडे तथा ब्रह्माण्डे” पर आधारित शरीर की पंचमहाभौतिक संरचना तथा पांच महाभूतों पर आधारित चिकित्सा के बारे में तथा आहार के महत्व के बारे में बताया। मुख्य वक्ता बीके मंजूषा ने अपने वक्तव्य में लोगों को अपने अनुभव और प्राकृतिक चिकित्सा की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा में सब रोगों का कारण एक है और उनका उपचार भी एक ही है । पंचमहाभूत मिट्टी, पानी, अग्नि, आकाश एवं वायु तत्व के माध्यम से सभी रोगों को दूर किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने आहार में संयम बढ़ाते हुए भोजन को चबा चबाकर खाना, समय पर खाना और निश्चित अवधि के अंतराल पर खाना तथा केवल प्राकृतिक भोजन ही करने पर बल दिया और विश्वास दिलाया कि केवल आहार के माध्यम से ही रोगों को दूर किया जा सकता है । साथ ही उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा में मिट्टी की पट्टी ,ठंडी पट्टी -गर्म पट्टी कटिस्नान इत्यादि के महत्व को बताया तथा उसे सीख कर अपने प्रतिदिन के उपयोग में लाने का संदेश दिया। उन्होंने बाह्य और आभ्यंतर दोनों दृष्टि से स्वस्थ रहने का संदेश दिया।
इस अवसर पर योग विशेषज्ञा व संयुक्त नोडल अधिकारी अंबिका पांटा ने आयुष योग सहायकों के सहयोग से लाइव डेमोंसट्रेशन करके दिखाया जिसमें मिट्टी की पट्टी ,अक्षितर्पण, भाप चिकित्सा प्राणायाम तथा योग द्वारा सभी तत्वों के माध्यम से किस तरह से प्राकृतिक चिकित्सा अपनाई जानी चाहिए प्रतीकात्मक रूप में समझाया गया। फलों ,सब्जियों, मसाले तथा आहार पदार्थों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें यही संदेश दिया गया कि हमारे आसपास प्राकृतिक रूप से उपलब्ध फल एवं सब्जियां हैं वही हमारे जीवन का कारण है और गलत आहार रोगों का कारण बनता है । इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य नागरिकों ने शिविर में अत्यधिक उत्साह दिखाया तथा अपने जीवन में प्राकृतिक चिकित्सा और प्रकृति के तत्वों को शामिल करने का संकल्प भी लिया। इस अवसर पर लगभग 125 लोग उपस्थित रहे तथा सभी गतिविधियों में उत्साह पूर्वक शामिल हुए।
कार्यक्रम में आयुष योग सहायक संजय ने एक्यूप्रेशर के विषय में बताया योग शिक्षक दारा सिंह द्वारा बच्चों का एडवांस योगासन प्रदर्शन किया गया सुरेंद्र, सुरेश, पूनम देवी ,पूजा कटारिया सुभाष, श्रवण, सुमन, आदि योग सहायक द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा का लाइव डेमोंसट्रेशन किया गया। अनिल, संजय आयुष योग सहायक द्वारा फल फ्रूट साग सब्जियां और रसोई में उपयोग होने वाले औषधीय मसाले के विषय में बताया गया।