केंद्रीय दल ने किया पंडोह डैम का निरीक्षण, जांचे मानसून में जल निकासी के कारण और सत्यता
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मंडी / 18 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत
हिमाचल में मानसून में विभिन्न बांधों से अचानक पानी छोड़े जाने के कारणों तथा उसकी सत्यता की जांच के लिए इन दिनों केंद्रीय जल आयोग का एक दल हिमाचल के दौरे पर है। केंद्रीय जल आयोग के पूर्व अध्यक्ष आर.के. गुप्ता के नेतृत्व में आए इस दल ने बुधवार को पंडोह डैम का निरीक्षण किया। दल में केंद्रीय जल आयोग के पूर्व निदेशक हरकेष कुमार, निदेशक हाईड्रोलॉजी गोवर्धन प्रसाद, निदेशक एनडीएसए चंडीगढ़ क्षेत्र आर.पी.एस वर्मा, निदेशक केंद्रीय जल विद्युत परियोजना एवं जांच-पड़तात मंडल बलवंत कुमार सम्मिलित थे । निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मंडी डॉ. मदन कुमार कुमार के अलावा उर्जा, प्रदेश सरकार के उर्जा विभाग के अधिकारी सहित भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे।
केंद्रीय दल ने बरसात के मौसम के दौरान जुलाई तथा अगस्त माह में पंडोह डैम से पानी की निकासी से पूर्व किए गए प्रचार-प्रसार तथा किन परिस्थितियों में पानी छोड़ा गया तथा उससे हुए नुकसान को लेकर विस्तृत जांच की। इसके अलावा दल ने भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड के उच्च अधिकारियों से भी डैम से पानी छोडे़ जाने की वास्तविकता को लेकर जानकारी ली ।
बता दें, हिमाचल प्रदेश में बरसात के मौसम के दौरान भीषण बारिश व बादल फटने की घटनाओं के कारण नदी-नालों में बाढ़ आने के दृष्टिगत विभिन्न डैमों से पानी की निकासी की गइ थी। इससे नदियों में बाढ़ के हालात बने और सरकारी व निजी सम्पति को नुकसान हुआ था। इसे लेकर कारणों व सत्यता की जांच के लिए केंद्रीय दल पौंग, पार्वती स्टेज-3, मलाणा-2 और पंडोह डैम के निरीक्षण के लिए दौरे पर है।