मीजल्स और रूबैला के उन्मूलन के लिए शुरू हुआ विशेष अभियान
हमीरपुर / 07 अगस्त / न्यू सुपर भारत
मीजल्स और रूबैला (एमआर) को पूरी तरह समाप्त करने के लिए जिला हमीरपुर में भी आज से विशेष अभियान आरंभ हो गया। ‘इंटेसिव मिशन इंद्रधनुष’ के नाम से तीन महीने तक चलने वाले इस अभियान के दौरान 5 वर्ष तक के सभी बच्चों के रूटीन के टीकाकरण के अलावा किन्हीं कारणों से टीकाकरण से छूटे बच्चों पर विशेष रूप से फोकस किया जाएगा। एडीसी जितेंद्र सांजटा ने सोमवार को इस अभियान के तहत गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता की तथा जिला को पूरी तरह मीजल्स और रूबैला से मुक्त करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।
एडीसी ने बताया कि जिला में मिशन इंद्रधनुष के तहत लगभग सभी बच्चों की वैक्सीनेशन की जा रही है। इनमें एमआर टीकाकरण भी शामिल है। लेकिन, किन्हीं कारणों से कुछ बच्चे इससे छूट जाते हैं। इनमें अधिकतर प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य कामगारों के बच्चे शामिल होते हैं। स्वास्थ्य विभाग के व्यापक सर्वे के बाद जिला में प्रवासी कामगारों के 2 वर्ष से 5 वर्ष तक की आयु के 17 ऐसे बच्चे पाए गए हैं, जिन्हें अभी तक एमआर वैक्सीन नहीं लगी है।एडीसी ने बताया कि जिला में 7 से 12 अगस्त तक छह दिन चलने वाले एमआर टीकाकरण अभियान के पहले चरण के दौरान 2 वर्ष तक की आयु के लगभग 1045 शिशुओं और 283 गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे। इनके अलावा 2 से 5 वर्ष तक की आयु के छूटे 17 बच्चों को भी यह वैक्सीन लगाई जाएगी।
जितेंद्र सांजटा ने बताया कि अभियान के दूसरे चरण में भी 11 से 16 सितंबर तक और तीसरे चरण में 9 से 14 अक्तूबर तक विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर टीकाकरण सत्रों के अलावा प्रवासी श्रमिकों के बच्चों के टीकाकरण के लिए मोबाइल टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि यू-विन पोर्टल पर इस अभियान की ऑनलाइन रिपोर्टिंग एवं निगरानी की जाएगी।एडीसी ने अभियान के दौरान सभी बच्चों को कवर करने के लिए सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रारंभिक शिक्षा विभाग और पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को भी तत्परता एवं आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।बैठक में टीकाकरण से संंबंधित अन्य प्रबंधों पर भी व्यापक चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता और टीकाकरण अभियान के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राकेश कुमार विभिन्न प्रबंधों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।