समूह बनाकर नकदी फसलों की खेती करें किसान : हेमराज बैरवा
नादौन / 01 अगस्त / न्यू सुपर भारत
कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं और आतमा परियोजना के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति जानने के लिए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने मंगलवार को नादौन उपमंडल के गांव रैल, बरधियाड़, फस्टे और अन्य गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कई प्रगतिशील किसानों के घरों एवं खेतों में जाकर भी किसानों की विभिन्न गतिविधियों एवं उनकी फसलों की जानकारी ली। प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों के साथ जायजा लेने फील्ड में निकले उपायुक्त ने फसल विविधीकरण, आधुनिक सिंचाई सुविधाओं, प्राकृतिक खेती, नकदी फसलों और कृषि से संबंधित अन्य क्षेत्रों जैसे-पशुपालन, मौन पालन एवं मत्स्य पालन इत्यादि के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने की संभावनाओं पर भी किसानों और अधिकारियों के साथ चर्चा की।
उपायुक्त ने किसानों से आग्रह किया कि वे समूह बनाकर कोऑपरेटिव फार्मिंग करें। इससे वे स्थानीय संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करके कम लागत में ज्यादा पैदावार ले सकेंगे और उनकी फसलों का बेहतर विपणन भी सुनिश्चित होगा।
सबसे पहले गांव रैल के प्रगतिशील किसान मुनी लाल के खेतों में उपायुक्त ने मक्की, गन्ना, कोदरा, मूंगफली, सब्जियों और अन्य नकदी फसलों का जायजा लिया। किसी भी तरह की रासायनिक खाद और जहरीले कीटनाशकों के प्रयोग के बगैर उगाई गई इन सभी फसलों के प्रति उपायुक्त ने गहरी रुचि दिखाई तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अन्य किसानों को भी प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करें।
इसी क्षेत्र के एक अन्य गांव बरधियाड़ के प्रगतिशील किसान बलजीत संधू के घर और खेतों में उपायुक्त ने विभिन्न नकदी फसलों के साथ-साथ सिंचाई टैंक, सिंचाई उपकरणों और अन्य सुविधाओं का भी निरीक्षण किया।
इसके बाद उपायुक्त ने ग्राम पंचायत फस्टे के किसान अजीत सिंह और प्रभात चौधरी के खेतों में जाकर टमाटर और अन्य नकदी फसलों को हुए नुक्सान का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित किसानों को प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का भरोसा दिया इस अवसर पर एसडीएम अपराजिता चंदेल, तहसीलदार अपूर्व शर्मा, आतमा परियोजना हमीरपुर की परियोजना निदेशक डॉ. नीति सोनी, जिला कृषि अधिकारी डॉ. अनूप कतना, राकेश धीमान, डॉ. अंकुश शर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।