पंचायत जनप्रतिनिधियों और वालंटियर्स को सिखाए आपदा प्रबंधन के गुर
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हमीरपुर / 23 मई / न्यू सुपर भारत
किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में बचाव एवं राहत कार्यों में तत्परता लाने, इन कार्यों में स्थानीय लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने तथा इन्हें आपदा प्रबंधन कार्यों के लिए प्रशिक्षित करने हेतु जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) अब पंचायत एवं क्षेत्र स्तर पर वालंटियर्स की टास्क फोर्स तैयार कर रही है। इसके लिए प्रत्येक खंड स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इसी कड़ी में मंगलवार को यहां विकास खंड अधिकारी कार्यालय हमीरपुर में तीन दिवसीय कार्यशाला आरंभ हुई। इस कार्यशाला में विभिन्न ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधि, सचिव, आशा वर्कर्स और अन्य वालंटियर्स भाग ले रहे हैं।
कार्यशाला के पहले दिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभागियों को प्राथमिक उपचार और अन्य बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की। दूसरे सत्र में स्वयंसेवी संस्था के पदाधिकारियों ने आपदा प्रबंधन में जनभागीदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की समन्वयक (प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण) समीक्षा शर्मा ने बताया कि कार्यशाला के दूसरे दिन बुधवार को होमगार्ड के अधिकारी बचाव कार्यों का प्रशिक्षण देंगे। जबकि, कार्यशाला के अंतिम दिन वीरवार को अग्निशमन विभाग के अधिकारी प्रतिभागियों को अग्निशमन और इससे संबंधित बचाव कार्यों से अवगत करवाएंगे।
आपदा प्रबंधन की तैयारियों में सामुदायिक भागीदारी जरूरी : हेमराज बैरवा
उधर, उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष हेमराज बैरवा ने कहा कि किसी भी तरह की आपदा के समय ‘फस्र्ट रैसपांडेंट’ हमेशा स्थानीय लोग ही होते हैं। यानि आपदा आने पर सबसे पहले स्थानीय लोग ही घटनास्थल पर पहुंचते हैं। इसलिए, आपदा प्रबंधन की तैयारियों में सामुदायिक भागीदारी बहुत जरूरी है।
इसी के मद्देनजर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण पंचायत एवं क्षेत्र स्तर पर युवा वालंटियर्स की टास्क फोर्स तैयार कर रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में जिला में 859 वालंटियर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। अब दूसरे चरण में 1288 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी कड़ी में 23 मई से खंड स्तरीय कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।