फसल विविधीकरण और प्राकृतिक खेती को दिया जाएगा बढ़ावा -विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया
चंबा / 6 मार्च / न्यू सुपर भारत
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा है कि प्राकृतिक उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों- बागवानों को नकदी फसलों के उत्पादन के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए भी विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा । यह विचार उन्होंने आज सोमवार को कृषि तथा उद्यान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में चंबा ज़िला के भटियात विधानसभा क्षेत्र की गरनोटा पंचायत में आयोजित किसान मेले के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किए। इस मौके पर उपायुक्त डीसी राणा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि युवा पीढ़ी अपने पुस्तैनी कार्य से विमुख हो रही है जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा युवा वर्ग कृषि एवं बागवानी कार्यों में नव तकनीक का समावेश कर आर्थिक आत्मनिर्भरता का आधार बना सकते हैं ।उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में विभिन्न परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए कृषि, बागवानी व पशुपालन व्यवसाय में बृहद बदलाव लाने की आवश्यकता है। जिसके लिए उन्होंने विभाग से अधिक से अधिक लोगों विशेषकर युवाओं को कृषि एवं बागवानी कार्यों में जोड़ने के साथ आगे आने के लिए प्रेरित करने हेतु आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कृषि व बागवानी विभाग के अधिकारियों को प्रगतिशील किसानों- बागवानों को चिन्हित कर उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर बल दिया ताकि उनके अनुभव, ज्ञान व प्रयासों से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिल सके।कुलदीप पठानिया ने कहा कि प्रदेश में कृषि एवं बागवानी का अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है । उन्होंने कहा कि किसानों- बागवानों की आर्थिक समृद्धि सरकार की उच्च प्राथमिकता है । जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं । उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य को पूरी लग्न व मेहनत से किया जाए तो उसमें हमेशा बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं।
उन्होंने कहा कि समूचे भटियात विधानसभा क्षेत्र में इन कार्यों को कलस्टर आधारित बनाने के लिए कृषि , उद्यान, जल शक्ति, पशुपालन और ग्रामीण विकास विभाग को संयुक्त तौर पर कार्य करने को कहा गया है । इसके साथ किसानों -बागवानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले इसके लिए उचित व्यवस्था को सुनिश्चित बनाया जाएगा ।कुलदीप सिंह पठानिया ने कृषि-बागवानी व्यवसाय में लगे लोगों को पारंपरिक खेती से हटकर उन्नत तकनीक के समावेश के लिए जागरुक एवं प्रोत्साहित करने के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के भी निर्देश दिए।
किसान मेले में उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि किसानों को जंगली जानवरों द्वारा अपनी उपज के लिए सामूहिक तौर पर सोलर बाड़ बंधी योजना से लाभ लेना चाहिए । उन्होंने कहा कि जिला में हींग और केसर की खेती को शुरू किया गया है ।
उन्होंने किसानों से सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ लेने का भी आग्रह किया।
इस मौके पर आयोजित किसान मेले में बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसानों ने भाग लिया। किसान शिविर में आईएचबीटी सीएसआईआर पालमपुर तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने किसानों को कृषि व बागवानी की नवीनतम जानकारी से अवगत करवाया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया जिसमें नवीनतम तकनीकों, सब्जियों, कृषि यांत्रिकरण, स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदर्शनी लगाने वाले किसानों की सराहना की। साथ ही “मेरी पॉलिसी,मेरे हाथ” अभियान के तहत फसल बीमा योजना का पॉलिसी डाक्यूमेंट और हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर द्वारा तैयार किया गया जगली गेंदे का बीज किसानों को भेंट किया।
इससे पहले उपनिदेशक कृषि डॉ कुलदीप धीमान और उप निदेशक उद्यान डॉक्टर राजीव चँद्रा ने विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत करते हुए विभागीय गतिविधियों बारे जानकारी दी।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर एसडीएम सुनील कैंथ, उपनिदेशक कृषि डॉ. कुलदीप धीमान, उप निदेशक उद्यान डॉ. राजीव चँद्रा, आईएचबीटी के वैज्ञानिक डॉ. राकेश राणा, कृषि विज्ञान केंद्र से डॉ राजीव रैना और नेहा धीमान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।