एचआरटीसी के बेड़े में शामिल होंगी विद्युत चालित बसें
धर्मशाला / 01 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत
उद्योग, श्रम रोजगार कल्याण एवं परिवहन मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि उना जिला में बल्क ड्रब पार्क बनाने के लिए 1923 करोड़ की डीपीआर तैयार कर ली गई है। छह सौ के करीब फार्मा यूनिट यहां पर स्थापित किए जाएंगे। शनिवार को धर्मशाला के धौलाधार होटल में सामान्य उद्योग निगम तथा एचआरटीसी की निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करने के उपरांत उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने प्रेस वार्ता में बताया कि देश में तीन जगहों के लिए बल्क ड्रग पार्क खोलने के लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान की गई है जिसमें आंध्र प्रदेश, गुजरात तथा हिमाचल प्रदेश शामिल है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि ड्रग पार्क खुलने से करीब पचास हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बद्दी बरोटी बाला में पहले ही फार्मा उद्योग चल रहे हैं तथा औद्योगिक विकास के लिए सरकार ने कारगर कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस पार्क खोलने की दिशा में सार्थक पहल की जा रही है।
उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने पहली मर्तबा हिमाचल में इंनवेस्टर मीट का आयोजन किया गया इसके साथ ही ग्राउंड सेरेमनी भाग एक तथा भाग दो भी संपन्न करवाई गई हैं हिमाचल में निवेश के लिए औद्योगिक संस्थानों ने सकारात्मक रवैया अपनाया है इससे हिमाचल में निजी क्षेत्र में रोजगार के साधन भी विकसित हुए हैं। उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि बद्दी बरोटीबाला को अमृतसर-कोलकता कोरीडोर के साथ जोड़ने की दिशा में भी कार्य चल रहा है। इससे औद्योगिकीकरण में तेजी आएगी।
उद्योग एवं परिवहन मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में एचआरटीसी के बेड़े में इलेक्ट्रिकल बसें शामिल की जाएंगी ताकि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के बेड़े में 206 बसें पहले और अब 350 नई बसें शामिल की गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के रूटों पर एचआरटीसी की बसें लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की एचआरटीसी की बसों में सेफगार्ड ट्रेकिंग सिस्टम भी स्थापित किया गया है जिसकी पूरे देश भर में सराहना की गई है।
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी में करूणामूलक नौकरियां प्रदान करने तथा पीस मील वर्कर्स को अनुबंध पर लाने की दिशा में भी सार्थक कदम उठाए गए हैं इसके साथ चालक तथा परिचालक के आकस्मिक निधन पर उनके परिजनों को तीन महीने के भीतर रोजगार उपलब्ध करवाने का निर्णय भी लिया गया है। इस अवसर पर निदेशक उद्योग विभाग राकेश प्रजापति, प्रबंध निदेशक एचआरटीसी संदीप कुमार सहित जीआईसी के उपाध्यक्ष राम कुमार, एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री सहित विभिन्न अधिकारी भी उपस्थित थे।