एडीसी ने बैंको को निर्धारित लक्ष्यों तथा नीतियों का पालन करने के दिए निर्देश
ऊना / 23 सितंबर / न्यू सुपर भारत
जिला स्तरीय बैंक सलाहकार एवं समीक्षा बैठक आज बचत भवन ऊना में अतिरिक्त उपायुक्त ऊना डाॅ अमित कुमार शर्मा अतिरिक्त उपायुक्त ऊना की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत बैंकों की उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया और जमा ऋण अनुपात बढ़ाने के लिए बैंको को आवश्यक कदम उठाने को कहा। इसके अलावा भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों तथा नीतियों का पालन करने के लिए बैंकों तथा सरकारी विभागों को निर्देश दिए।
एडीसी ने पहली तिमाही में बैंकों द्वारा लक्ष्यों के बदले उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए बताया कि जिला के बैंकों ने जून 2022 तक 2365 करोड़ के ऋणों के वार्षिक लक्ष्य के बदले 570.49 करोड़ के ऋण वितरित किये। बैंकों की जमा राशि 11518.30 करोड़ हो गयी है। इसमें 7.47 प्रतिशत बार्षिक दर से बृद्धि हुई है जबकि ऋण 6.83 प्रतिशत की दर से बढ़ कर 3534.84 करोड़ हो गया है तथा जिला का ऋण जमा अनुपात बर्ष में 30.69 प्रतिशत हो गया है। जिला का ऋण जमा अनुपात राष्ट्रीय लक्ष्य 60ः की अपेक्षा कम है।
उन्होंने कहा कि बैंकों का ऋण जमा अनुपात सुधारने के लिए बैंकों और सरकारी विभागों को भरसक प्रयत्न करने चाहिए।एडीसी ने बताया कि बैंकों ने जिला में 30 जून तक 61,148 कृषि कार्ड किसानों को बांटे है। इसके अलावा जून तिमाही में बैंकों ने 643 कृषि कार्ड किसानों वितरित किए हैं। बैंकों का कृषि ऋण 688.67 करोड़ है जो कि कुल ऋणों का 19.48 प्रतिशत है। उन्होंने बैंकों को आवश्यक ऋण वितरति करने के निर्देश दिए ताकि किसानो की आय को बढ़ाया जा सके तथा बैंकों को बार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों को समय पर प्राप्त करने के निर्देश दिए ताकि लोगों की आर्थिक जरूरतों को पूर्ण किया जा सके।
इसके अलावा प्रधानमंत्री सामाजिक सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए सभी बैंक और सरकारी व गैर सरकारी अधिकारियों को भरसक प्रयास करने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक किसान प्रधानमंत्री की फसल बीमा योजना में शामिल हो सकें। एडीसी ने जिला में अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न बैंको की ऋण योजनायों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित एवं जागरूक करने को कहा ताकि आम लोग हो सके और जिला की ऋण-जमा अनुपात में भी काफी सुधार होगा।
इसके अतिरिक्त सभी बैंको को हर माह दो वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित करने के निर्देश भी दिए।बैठक में बैंकों को ज्यादा से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बनाने, जेएलजी, नये किसान क्लब बनाने तथा सभी किसानो को कृषि कार्ड उपलब्ध करवाने को कहा।बैठक में मंडल प्रमुख नेशनल बैंक हमीरपुर अनिल मित्तल, जिला विकास अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक शुभम द्वेदी, मुख्य जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक गुरचरन भट्टी, नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक अरुण कुमार सहित अन्य बैंकों के जिला समन्वयकों तथा सरकारी एवं गैर सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।