30 दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का समापन
बिलासपुर / 24 जुलाई / न्यू सुपर भारत
हिमाचल शिक्षा समिति द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर कन्या उच्च विद्यालय निहाल बिलासपुर में आयोजित 30 दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का समापन समारोह आज लुहणू इंडोर स्टेडियम में किया गया।
समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा, भाषा व कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि इस प्रशिक्षण शिविर में 10 जिलों के आचार्य प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा आचार्य प्रशिक्षु यहां दिये गए प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चों के सर्वागीण विकास के साथ उनको तेजस्वी, उर्जावान बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ ज्ञान प्रदान करेगें। उन्होंने कहा कि शिक्षा देना एक श्रेष्ठ कार्य है शिक्षक एक नौकर नहीं बल्कि समाज को ज्ञान देकर भारत के नव निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों को आई.ए.एस, आई.पी.एस., डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, अध्यापक, नेता, अभिनेता और देश की सरहदों पर पहरा देने बाला वीर सैनिक बनाता है। उन्होंने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पंक्तियों को दोहराते हुए कहा कि अध्यापक देश और समाज का सबसे प्रबुद्ध व बुद्धिमान व्यक्ति है। उन्होंने कहा कि लार्ड मैकाले ने कहा था कि अगर मेरे द्वारा लागू की गई शिक्षा नीति भारत में 20 वर्ष तक चली तो मैं भारत को 400 सालों तक गुलाम बना सकता हूं।
इसी गुलामी की जंजीरों से जकड़ी शिक्षा नीति को बाहर निकालने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पहल करते हुए अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. के.कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में तैयार की गई पहली नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत में लागू की, जिसे हिमाचल प्रदेश में अक्षरशः लागू कर दिया गया है। इस नीति के तहत बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान दिया गया है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को प्रदेश में लागू करने के लिए हिमाचल शिक्षा समिति भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। इस वर्ष से तीसरी कक्षा से संस्कृत और छठी कक्षा से कौशल विकास के विषय भी प्रारंभ कर दिए जाएगें।
उन्होनें इस मौके पर भारत रतन अटल विहारी वाजपेई और पंड़ित दीन दयाल उपाध्याय के संस्मरण भी याद किये। उन्होनें कहा कि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है जिसके लिए उन्होनें सभी से आहवान किया कि 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा के अंतगर्त 20 करोड़ घरों में राष्ट्रीय एकता और वैभव का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज घरों में फहरानें के लिए लोगों को प्ररिरित करें।
जिसके लिए 9 से 11 अगस्त तक वातावरण निर्माण किया जाएगा और 11 से 13 अगस्त तक गांव-2 में प्रभात फेरियां निकाल कर बंदे मातरम और रघुपति राघव राजा राम जैसे गीत गाकर लोगों को देश भक्ति का संदेश देते हुए 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा लहराने का आहवान किया जाएगा।
इस अवसर प्रशिक्षणार्थियों द्वारा योगाभ्यास और देश भक्ति गीत व नृत्य प्रस्तुत किये। उन्होंने प्राचार्यो द्वारा नई शिक्षा नीति पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी, उतर क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री बालकृष्ण, हिमाचल प्रदेश शिक्षा समिति के प्रांत अध्यक्ष मोहन कैस्टा, महामंत्री दिला राम, उतर क्षेत्रीय मंत्री देश राज, नगर परिषद के अध्यक्ष कमलेंद्र कश्यप, सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी, समाजसेवी, शिक्षाविद्ध, एसवीएम के प्रधानाचार्य, आचार्य व अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।