अध्यापक है भविष्य निर्माता, बच्चों को दे बेहतरीन शिक्षा: महेंद्र सिंह ठाकुर
धर्मपुर विस क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बोले आईपीएच मंत्री
धर्मपुर (मंडी), 24 दिसम्बर, एन एस बी न्यूज़
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, बागवानी व सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि अध्यापक बच्चों का भविष्य निर्माता है, इसलिए वह बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने को हरसंभव प्रयास करे। उन्होने कहा कि सरकारी स्कूलों में गरीब परिवारों से जुड़े अधिकत्तर बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, ऐसे में उनका यह दायित्व व जिम्मेदारी ओर अधिक बढ़ जाती है। शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं है, ऐसे में अध्यापक बच्चों के अंदर एक ऐसी छाप छोडने का प्रयास करें ताकि उन्हे ताउम्र बच्चे याद कर सकें। महेंद्र सिंह ठाकुर आज धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हियुण पैहड़, बरोटी, मंडप, मोरला, सिज्जयाओ पिपलू, लौंगणी, धर्मपुर तथा राजकीय उच्च विद्यालय बनेरढ़ी के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोहों में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
उन्होने अभिभावकों से भी आह्वान करते हुए कहा कि बच्चे को पहला संस्कार मां-बाप से ही प्राप्त होता है, ऐसे में वे बच्चों में अच्छे संस्कार ड़ालने से पहले स्वयं इन्हे अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करें ताकि बच्चों के अंदर अच्छे संस्कार विकसित किये जा सकें। साथ ही अभिभावकों से शिक्षकों के साथ लगातार संवाद स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण परिवेश से जुड़े बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, ऐसे में अध्यापक स्वेच्छा से कमजोर विषयों में बच्चों को स्कूलों में अतिरिक्त समय पढ़ाने का भी कार्य करने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि अभिभावक भी अध्यापक को बच्चे का भविष्य निर्माता व प्रेरक के रूप में देखता है, ऐसे में अध्यापक पूरी निष्ठा, लग्न व ईमानदारी के साथ बच्चों को शिक्षा प्रदान करें।
उन्होने कहा कि आज देश व प्रदेश में समाज विरोधी ताकतें हमारी युवा पीढ़ी को नष्ट करने का प्रयास कर रही है। उन्होने शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों से भी बच्चों पर लगातार नजर बनाए रखने का आह्वान किया ताकि हमारा यह भविष्य गलत हाथों में पडकर गलत दिशा में न जा सके। साथ ही अभिभावकों से बेटियों की तरह बेटों को भी पूछने को कहा कि लंबे वक्त तक घर से बाहर क्यों हैं। साथ ही बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दुपहिया वाहन न देने की भी बात कही। उन्होने कहा कि समाज में प्रत्येक व्यक्ति का राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान है चाहे वह किसी भी पद या व्यवसाय के साथ जुड़ा हो।
स्कूलों में रिक्त पदों को लेकर उन्होने कहा कि आगामी सत्र में इन्हे प्राथमिकता के आधार पर भरने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। जमीन की उपलब्धता होने पर हियुण पैहड़ स्कूल में साईंस ब्लॉक की स्थापना की जाएगी। बनेरढ़ी को पंचायत बनाने की मांग को लेकर कहा कि इस दिशा में भी प्रयास किया जाएगा। मंडप स्कूल में नये भवन व खेल मैदान को लेकर भी जल्द औपचारिकताएं पूर्ण कर कार्य शुरू किया जाएगा। साथ ही कहा कि मोरला स्कूल में भी आने वाले समय में लगभग अढ़ाई करोड़ रूपये की लागत से विज्ञान खंड का निर्माण किया जाएगा।
उन्होने बरोटी स्कूल की वार्षिक पत्रिका का भी विमोचन किया। इस बीच उन्होने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत 7 पंचायतों के 292 एलपीजी गैस कनेक्शन का भी वितरण किया।
आईपीएच मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए ऐच्छिक निधि से हियूण पैहड, बनेरढ़ी, मंडप, मोरला, सिज्याओ पिपलू, लौंगणी व धर्मपुर स्कूलों को 10-10 हजार, बरोटी स्कूल को 15 हजार रूपये देने की घोषणा भी की।
कैसेट पर न हो बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम
उन्होने कहा कि अध्यापक बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम कैसेट में तैयार करने के बजाए उन्हे मूल रूप से तैयार करवाया जाए ताकि बच्चों की प्रतिभा को ऊभारा जा सके। उन्होने कहा कि बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं बल्कि एक सही मार्गदर्शन व दिशा देने की जरूरत है। साथ ही कहा कि इससे बच्चों को अपनी पहाड़ी संस्कृति से भी रू-ब-रू होने का मौका मिलेगा।
प्रदेश सरकार का नेतृत्व सशक्त हाथों में
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश सरकार का नेतृत्व सशक्त हाथों में है तथा प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं रखी जा रही है। उन्होने कहा कि मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर सरकार गठन के पहले दिन से ही प्रदेश की सेवा में लगातार कार्यरत हैं तथा गत दो वर्षों में इस दिशा में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
इससे पहले संबंधित स्कूलों के मुखियों ने स्कूलों की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दौरान बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
इस मौके पर लेबर कमीश्नर भारत सरकार के,आर, वर्मा, धर्मपुर भाजपा मंडलाध्यक्ष पूर्ण चंद ठाकुर, बीडीसी के उपाध्यक्ष मोनी राम, विभिन्न पंचायतीराज संस्थानों के प्रतिनिधि, संबंधित स्कूलों के अध्यापकों व बच्चों के अभिभावकों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।