November 24, 2024

वनस्पति व पक्षियों की लुप्त हो रही प्रजातियों को बचाना बहुत जरूरी है : गुरमीत सिंह

0

फतेहाबाद / 15 जुलाई / न्यू सुपर भारत


हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा स्थानीय एक रेस्तरा में बीएमसी प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण पीबीआर गुणवत्ता संवर्धन एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के वैज्ञानिक अधिकारी गुरमीत सिंह रहे, जबकि डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल, वन मंडल अधिकारी राजेश कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम में भूना, फतेहाबाद खंड की 69 बीएमसी के 384 सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथि के द्वारा सरस्वती के आगे दीप प्रज्वलित करके की गई। गुरमीत सिंह ने कहा कि जैव विविधता के लिए लुप्त हो रही वनस्पति, पेड़ पौधे व पक्षियों की प्रजातियों की पहचान कर उनका संरक्षण जरूरी है।


कार्यक्रम के दौरान हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के वैज्ञानिक अधिकारी गुरमीत सिंह ने जैव विविधता प्रबंधन समितियों के सदस्यों को बोर्ड की कार्यप्रणाली और गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रकृति का संतुलन जैव विविधता पर निर्भर करता है, जिसमें वनस्पति, पेड़ पौधे व पक्षी भी शामिल हैं। जैव विविधता के लिए इन प्रजातियों की पहचान व उनका संरक्षण भी जरूरी है।

उन्होंने कहा कि हमारे आसपास अनेक प्रकार की वनस्पति, पेड़ पौधे और पक्षी होते हैं, जो भगवान की देन है। प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में इन सभी का अह्म योगदान होता है। ऐसे में पेड़ पौधों, वनस्पति व पक्षियों की पहचान करके इनका संरक्षण करना जरूरी है। इसलिए सरकार द्वारा जैव विविधता बोर्ड का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता बोर्ड का लक्ष्य लुप्त हो रही प्रजातियों को बचाना है।


कार्यक्रम में डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल ने जिले के विकास की योजनाओं के बारे में बताया। वन मंडल अधिकारी राजेश कुमार ने प्राणवायु देवता पेंशन योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वन महोत्सव के उपलक्ष्य में वन विभाग द्वारा अलग-अलग जगहों पर पौधे लगाए जाएंगे। शिक्षा और जागरूकता अधिकारी अनुराधा ने लघु फिल्म के माध्यम से पीबीआर के महत्व के बारे में जानकारी दी। जूलॉजिस्ट के टेक्निकल एक्सपर्ट  विक्रम डेलू ने जैव विविधता के संरक्षण और खतरों के बारे में उपस्थितजन को अवगत करवाया। रीजनल कोऑर्डिनेटर उमेद सिंह ने बताया कि हर गांव में जैव विविधता प्रबंधन समिति का गठन किया गया है, जिसके द्वारा जैव विविधता के संरक्षण का काम किया जाएगा।


जिला उद्यान अधिकारी डॉ. श्रवण कुमार ने बागबानी विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मछली पालन विभाग से राजेंद्र कुमार ने अपने विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। छवि के डायरेक्टर सतीश शर्मा ने पारंपरिक ज्ञान का पीबीआर में महत्व के बारे में बताया। अनीता क्रांति ने बताया कि महिलाएं जैव विविधता को बचाने में किस तरह से अपना योगदान दे सकती हैं। कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कड़वासरा ने वन्य जीव जंतुओं की रक्षा के बारे में जरूरी बातें बताई।


इस मौके पर हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के कोऑर्डिनेटर विष्णु बागड़ी, सुरेश कुमार, बबीता, आनंद कुमार, वन राजिक अधिकारी यशबीर सिंह,  ओमप्रकाश, सामाजिक शिक्षा पंचायत अधिकारी रामफल, मास्टर रघुबीर, भूना और फतेहाबाद खंड के पूर्व सरपंच और ग्राम सचिव, विक्रम अरोड़ा, विशाल अरोड़ा,   एचएसआरएलएम के डीपीएम सतबीर सिंह तथा माटी टीम के व न्यू जनरेशन सोशल वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *