युवाओं को नशे से बचाने में सामूहिक प्रयासों पर बल
मंडी / 24 जून / न्यू सुपर भारत
स्वास्थ्य विभाग मंडी ने अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला में शुक्रवार को डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल मंडी में जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया। शिविर की अध्यक्षता स्वास्थ्य विभाग के डॉ. पवनेश ने की ।
इस अवसर पर डॉ. पवनेश ने युवाओं को नशे से बचाने में सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी देना जरूरी है। पारिवारिक अशांति, जीवन में निराशा, लडाई झगड़े, चोरी, स्कूल छोड़ना, आत्महत्या और कई तरह की दुर्घटनाओं जैसे दुष्प्रभावों के साथ साथ नशे के कारण एच. आई. वी. एड्स एवं कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां और गुर्दे और फेफड़े के रोग लगने का खतरा बढ़ जाता है ।
लोग नशे के आदि हो जाते हैं तो उन्हें बदन दर्द, भूख न लगना, चिड़चिड़ापन, गुस्सा आना, शरीर में भारीपन, भय, चिंता, रक्तचाप बढ़ जाना या कम होना, नींद न आना, बेहोश होना या दौरे पड़ने के लक्षण पैदा हो सकते हैं।
स्वास्थ्य शिक्षक सोहन लाल ने नशा मुक्ति केंद्र तथा नशा पुनर्वास केंद्र के माध्यम से निशुल्क दवाएं, उपचार, रहना, खाना-पीना तथा परामर्श जैसी सेवाओं की विस्तार से जानकारी प्रदान की । उन्होंने बताया कि योग साधना, खेल-कूद, रचनात्मक कार्यों में भागीदारी सुनिश्चित करने तथा इच्छा शक्ति के द्वारा और रोज डायरी लिख कर नशे से छुटकारा पाया जा सकता है ।
इस अवसर पर बच्चों की भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई । इसमें दिवांश ने पहला, मन्नत ने दूसरा तथा चारू ने तीसरा स्थान हासिल किया । सभी प्रतिभागियों को प्रधानाचार्य के.सी. गुलेरिया ने नगद पुरस्कार प्रदान किए।