अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने जानी आई.आर.एस की बारीकियां ***हिप्पा के समन्वय से आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम हुआ सम्पन्न
धर्मशाला / 21 दिसम्बर / एन एस बी न्यूज़
हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा) द्वारा जिला कांगड़ा प्रशासन के समन्वय से इंसीडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आई.आर.एस.) बेसिक एवम् इंटरमीडिएट पर 19 से 21 दिसंबर 2019 तक धर्मशाला में आयोजित किया गया। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला प्रशासन के कई अधिकारी एवम् विभिन्न विभागों के कई कर्मचारी तथा अधिकारियों सहित सहित 40 लोगो को आई.आर.एस. पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिप्पा द्वारा राष्ट्रीय स्तर के वशिष्ट रिसोर्स पर्सन कर्नल बी. एन. सुपेनेकर को महाराष्ट्र से बुलाया गया था। उन्होंने आई.आर.एस. बेसिक तथा इंटरमीडिएट के सभी 6 मॉडयूलों पर जानकारी प्रदान की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर ए.डी.एम. एम.आर. भारद्वाज मुुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे । इस अवसर पर उन्होंने कहा उन्हें पूरा विश्वास है जिन अधिकारियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया वे आई.आर.एस. सिस्टम् को काफी हद तक समझ गए होंगे तथा ये आशा भी जताई कि भविष्य में किसी भी आपदा के दौरान जिला प्रशासन को इन अधिकारियों का विशेष योगदान रहेगा ताकि हम त्वरित रिस्पॉन्स द्वारा जिला के लोगों की आपदा से होने वाले जान एवम् माल की क्षति को कम कर सकें । उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से आग्रह किया कि वे आई.आर.एस. की बारीकियों को समझें ताकि किसी भी आपदा के दौरान हम संगठनातमक रूप से कार्य कर सकें ।
कार्यक्रम के दौरान कर्नल बी. एन. सूपेनेकर द्वारा कुंभ मेला नासिक इलाहाबाद-2019 क्राउड मैनेजमैंट, भीड़ प्रबन्धन के लिए तैयार किए गए प्रारूप को अपने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर पर ए.डी.सी. राघव शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे तथा उन्होंने भी क्राउड मैनेजमैंट की बारीकियों को समझा जिसका उपयोग नासिक कुंभ एवम् इलाहाबाद कुंभ मेले में अमल में लाया गया था ।
दिनेश कुमार ए.एस.पी., जगन ठाकुर एस.डी.एम. शाहपुर, डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह एम.एस. टांडा मैडिकल कॉलेज, पंकज चढड़ा आर.एम. हिमाचल पथ परिवहन निगम सहित कई अधिकारियों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया ।
इस कार्यक्रम का समन्वयन हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा) फेयरलॉन शिमला से देश बन्धु कायस्थ, अनुसंधान एवम् प्रलेखन अधिकारी तथा जिला प्रशासन व डी.डी.एम.ए. कांगड़ा की से भानु शर्मा, प्रशिक्षण एवम् क्षमता विकास समन्वयक द्वारा किया गया।