देश को आजाद हुए 7 दशक बीत जाने के बाद भी स्वतंत्रता सेनानी सड़क सुविधा से मरहूंम
पवन चन्देल घुमारवीं
विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं के ग्राम पंचायत वह गांव करलोटी के स्वतंत्रता सेनानी 91 वर्षीय अमर नाथ देश को आजाद हुए 7 दशक बीत जाने के बाद भी सड़क सुविधा से मरहूंम है । जिससे ना केवल प्रशासन बल्कि सरकार के बड़े-बड़े दावे भी खोखले सिद्ध हो रहे हैं । परिजनों की मानें तो उन्होंने इस बारे में ना केवल प्रशासन बल्कि शासन के समक्ष भी कई बार सड़क बनाने की गुहार लगाई । यहां तक कि जनमंच में भी यह मुद्दा उठाया लेकिन सरकार के कान पर आज तक कोई जूं नहीं रेंगी । जिसके चलते यह परिवार सड़क सुविधा ना होने के कारण बहुत ही दयनीय जीवन यापन कर रहा है ।
फायर विभाग से सेवानिवृत्त हुए उनके बड़े बेटे भूपेंद्र पाल डोगरा ने बताया कि उन्होंने इस बारे में नेताओं से भी कई बार गुहार लगाई । इतना ही नहीं स्थानीय पूर्व कांग्रेस विधायक राजेश धर्मानी व वर्तमान में भाजपा विधायक राजेंद्र गर्ग से भी मात्र सड़क से 200 मीटर की दूरी तक संपर्क सड़क बनाने के लिए व्यक्तिगत तौर से गुहार लगाई । परंतु अभी तक उन्हें मात्र आश्वासन ही मिले । उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता दोनों ही काफी वृद्ध हो चुके हैं वह स्वयं चलने में भी असमर्थ हैं तथा उन्हें समय-समय पर स्वास्थ्य जांच के लिए जिला व अन्य हॉस्पिटल ले जाना पड़ता है । ऐसे में उन्हें सड़क तक पहुंचाने के लिए भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है । उन्होंने कहा कि घर से सड़क तक मात्र 200 मीटर संपर्क सड़क बनाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी संबंधित पंचायत व प्रशासन को सौंप दिया है । लेकिन अभी तक कोई करवाई नहीं हुई । उन्होंने बताया कि जिस भूमि से संपर्क मार्ग बनना है वह जमीन भी उनकी अपनी है ।ऐसे में सरकार को अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के बाद भी प्रशासन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है ।
उधर 91 वर्षीय वृद्ध स्वतंत्रता सेनानी अमरनाथ डोगरा ने सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सारी जवानी देश के लिए कुर्बान कर दी । लेकिन आज सरकारें भी उनकी सुध लेने से संकोच कर रही है । उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं उन्हें उस समय और अधिक अपमान के घूंट पीने पड़ते हैं जब स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें कोई बुलावा तक भी नहीं भेजा जाता । अगर कहीं वह चले भी जाएं तो उन्हें बैठने के लिए स्थान तक भी नहीं दिया जाता सम्मानित होना तो दूर की बात है । उन्होंने अपनी वृद्ध हो चुकी आंखों से धुंधली याद करते हुए बताया कि वह भी वक्त था जब देश के युवा हर समय देश पर मर मिटने के लिए तैयार रहते थे तथा भ्रष्टाचार का नामोनिशान भी नहीं होता था जो सरकारें आदेश करती थी उनका तत्काल अमल भी होता था । उन्होंने सरकार व जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 2 सप्ताह के भीतर प्रशासन ने सड़क बनाने की ओर दिलचस्पी नहीं दिखाई तो वे अपनी पत्नी राम प्यारी के साथ उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर के समक्ष धरना देने को मजबूर होंगे ।
उनके बेटे भूपेंद्र पाल डोगरा ने बताया कि वह स्वंय उपायुक्त बिलासपुर से मिल चुके हैं तथा उन्हें अपनी समस्या से भी अवगत करवाया था । लेकिन अभी तक इस मामले में प्रशासन कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं कर पाया । भूपेंद्र पाल डोगरा ने बताया कि करीब 2 साल से उनके घरों को पीने के पानी की सप्लाई पूर्णतया बंद पड़ी है । पाइप टूटी पड़ी हैं ।उन्होंने पेयजल विभाग घुमारवीं के अधिकारियों से भी कई बार गुहार लगाई कि उनकी पाइपों को दुरुस्त कर उन्हें सुचारू रूप से पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जाए । परंतु पेयजल विभाग भी कुंभकरण की नींद सोया पड़ा है ।
उन्होंने बताया कि इस बारे में उन्होंने संबंधित विभाग की शिकायत ऑनलाइन भी की थी लेकिन जमीनी स्तर पर कोई भी आज तक कार्यवाही नहीं हुई । जबकि उन्हें ऑनलाइन कई बार इससे संबंधित जानकारी पूछी गई । लेकिन धरातल पर कोई भी कार्य नहीं हुआ ।
उधर घुमारवीं विधायक राजेंद्र गर्ग ने इस बारे में बताया कि संबंधित मामला उनके भी ध्यान में है तथा उन्होंने इस बारे में संबंधित पेयजल विभाग को भी अति शिविर पानी की व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दे दिए हैं । जबकि 200 मीटर की सड़क की दूरी के लिए संबंधित विभाग को अतिशीघ्र एस्टीमेट बनाकर कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने बताया कि संपर्क सड़क के निर्माण के लिए ₹500000 की राशि भी स्वीकृत कर दी गई है ।
उधर ग्राम पंचायत करलोटी प्रधान धीमान ने बताया कि उपरोक्त परिवार को सड़क सुविधा मिलना अति आवश्यक है । इसके लिए उन्होंने अपने स्तर पर भी प्रयास किए हैं तथा यदि सरकार व प्रशासन सड़क निर्माण के लिए राशि स्वीकृत करता है तो पंचायत प्राथमिकता के आधार पर इस परिवार को संपर्क सड़क से जोड़ देगी ।।
फोटो नंबर एक स्वतंत्रता सेनानी 91 वर्षीय अमर नाथ को कंधे पर उठा कर स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाते परिजन।