37वें राज्य स्तरीय युवा उत्सव की मेजवानी करना ऊना के लिए गौरव की बात: राकेश पठानिया
ऊना / 26 दिसंबर / न्यू सुपर भारत
तीन दिवसीय 37वें राज्य स्तरीय युवा उत्सव का समापन आज इंदिरा स्टेडियम ऊना में हुआ। कार्यक्रम में वन एवं युवा सेवाएं व खेल मंत्री राकेश पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस अवसर पर वन एवं युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि युवा उत्सव के माध्यम से सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन से कई प्रतिभाएं सामने आएंगी। इसके अतिरिक्त युवाओं को हिमाचल प्रदेश की विविध सांस्कृतिक विरासत का ज्ञान भी होगा।
उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि इस वर्ष ऊना जिला ने राज्य स्तरीय युवा उत्सव की मेजवानी की है। पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने युवा विकास तथा कलाओं के संरक्षण व संवर्धन के लिए कई योजनाएं व कार्यक्रम शुरू किए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों से युवा अपनी पौराणिक संस्कृति व सभ्यता से जुड़े रहते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम हमारी प्राचीन संस्कृति का हिस्सा हैं जो युवाओं को सामाजिक उत्थान के लिए प्रेरणा देते हैं।
पीढ़ी दर पीढ़ी से प्रचलित पारंपरिक संगीत और लुप्त होती संस्कृतिक के संरक्षण के लिए युवाओं को आगे आना होगा ताकि हम अपनी पौराणिक संस्कृति धरोहर को संजोकर रख सकें। राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं की पहचान करके उन्हें विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से निखार कर राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लाने का प्रयास कर रही है। युवा उत्सव के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और अखंडता का विचार चरितार्थ हुआ है। इससे देश की युवा शक्ति की ऊर्जा और सांस्कृतिक एकता साकार हुई है। इस आयोजन में अनेक आंचलिक लोककला, लोकगीत, लोकनृत्य, परम्परागत कलाओं का प्रदर्शन किया गया है।
यह हमारी सांस्कृतिक विरासत है। प्रदर्शन कलाएं हमारी सांस्कृतिक विरासत में बहुत गहरी जुड़ी हुई हैं। यह देश को एक सूत्र में बांधती हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए खेल विभाग के प्रयासों की भी प्रशंसा की। युवा उत्सव में प्रदेश के विभिन्न कलाकारों ने लोकनृत्य, लोकगीत और पारंपरिक वाद्य संगीत आदि प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
उपनिदेशक युवा सेवा एवं खेल विभाग संजय शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और आयोजन बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में प्रदेश के 10 जिलों के कुल 512 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया हैं जिनमें 266 युवक तथा 209 युवतियां शामिल हैं। युवा उत्सव में हुए प्रतिस्पर्धाआंे के नतीजे37वें राज्य स्तरीय युवा उत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की गई।
कथक प्रतिस्पर्धा में सोलन ने पहला स्थान हासिल किया जबकि दूसरा स्थान ऊना व तीसरा स्थान शिमला ने हासिल किया। शास्त्रीय गायन में पहलें स्थान पर बिलासपुर, दूसरे पर सोलन तथा तीसरे पर ऊना रहा। सितार प्रतिस्पर्धा में पहला स्थान कांगड़ा ने, दूसरा सोलन ने तथा तीसरा स्थान बिलासपुर ने प्राप्त किया। हारमोनियम प्रतिस्पर्धा में मंडी ने पहला, बिलासपुर ने दूसरा व सोलन ने तीसरा रैंक हासिल किया। तबला प्रतिस्पर्धा में सोलन पहले स्थान पर जबकि हमीरपुर दूसरे व चंबा तीसरे स्थान पर रहा।
बांसुरी प्रतिस्पर्धा में पहले स्थान पर चंबा, दूसरे पर शिमला व तीसरे पर कांगड़ा रहा। ऐलोक्यूशन प्रतिस्पर्धा में पहला स्थान बिलासपुर, दूसरा स्थान चंबा व तीसरा स्थान शिमला ने हासिल किया।इसके अतिरिक्त पांरपरिक वाद्य यंत्र प्रतिस्पर्धा में पहला रैंक पर कुल्लू, दूसरे पर ऊना तथा तीसरे पर रैंक पर चंबा रहा। एंकाकी प्रतिस्पर्धा में सोलन ने पहला, शिमला ने दूसरा व कांगड़ा ने तीसरा स्थान हासिल किया। लोकगीत प्रतिस्पर्धा में पहले स्थान पर चंबा, दूसरे पर हमीरपूर तथा तीसरे कुल्लू रहा।
लोकनृत्य प्रतिस्पर्धा में कुल्लू ने पहला, मंडी ने दूसरा व हमीरपुर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।वहीं प्रतिस्पर्धाओं में सोलन आॅवरओल विजेता रहा जबकि संयुक्त उपविजेता चंबा और कुल्लू रहे।इस अवसर पर छठे राज्य वित्ताययोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, खेल विभाग के सचिव एसएस गुलेरिया, निदेशक युवा सेवाएं एवं खेल विभाग गोपाल चंद, एडीसी डाॅ अमित कुमार शर्मा, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग उपनिदेशक संजय शर्मा, जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी ऊना कुलदीप शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।