टौणी देवी बाज़ार को एनएच से बचाने के लिए व्यापार मंडल ने एसडीएम से की अपील *** आधे से अधिक बाज़ार पर चलेगा पीला पंजा- अंतिम चरण में पहुंची एनएच 03 के भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया
रजनीश शर्मा / हमीरपुर
अटारी बॉर्डर से लेह तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 03 की हमीरपुर से मंडी तक भू अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुँचने पर टौणी देवी व्यापार मंडल ने बाज़ार बचाने के लिए भू अधिग्रहण अधिकारी के पास अपील कर दी है। क़रीब 84 दुकानदारों द्वारा हस्ताक्षरित अपील को एसडीएम भोरंज एवं भू अधिग्रहण अधिकारी डॉक्टर अमित शर्मा को सोमवार को सौंपा गया। व्यापारियों ने अपील की है कि वे ज़िंदगी के ऐसे पड़ाव में पहुँच गये हैं जिसमें कोई और कार्य करना सम्भव नहीं । व्यापार मंडल टौणी देवी के प्रधान पवन सोनी ने बताया कि जिस तरीक़े से नेशनल हाईवे के लिए टौणी देवी में भू अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। उससे सैकड़ों दुकानों पर पीला पंजा चलने से दुकानदारों की रोज़ी रोटी प्रभावित होगी । व्यापारियों ने अपील की है कि दुकानों के सामने जो भी सरकारी या निजी भूमि उपलब्ध है, उसे नेशनल हाईवे के लिए अधिग्रहित किया जाए । इससे सरकारी भूमि का सदुपयोग भी होगा और दुकानों का क्लेम भी बचेगा । वहीं एसडीएम एवं भू अधिग्रहण अधिकारी डॉक्टर अमित शर्मा ने बताया कि टौणी देवी व्यापार मंडल बाज़ार बचाने की अपील लेकर उनसे मिले थे । उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के तहत भू अधिग्रहण के बाद अख़बारों में पब्लिकेशन के 21 दिन में इस बारे आपत्तियाँ आमंत्रित की जायेंगी।
क्या है पंगा
इन दिनों ठाना दरोगन से अवाह देवी तक नेशनल हाईवे 03 ( पुराना नम्बर 70 ) के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य ज़ोरों पर चला हुआ है। लोगों के पक्के मकान , दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान एनएच की जद में आने से लोगों के लिए रोज़ी रोटी की चिंता सताने लगी है। लोग सरकारी भूमि से एनएच निकालने की माँग कर रहे हैं जिससे दुकानें व बाज़ार बच सके । प्रक्रिया के तहत एनएच निर्माण की 3-डी, आपत्ति समाधान और भूमि मालिकों को नुकसान भरपाई की कीमत अदा करके टेंडरिंग प्रॉसेस आरंभ होगी।
मंडी में किरतपुर- मनाली फ़ोरलेन से जुड़ेगा यह एन एच
हमीरपुर तक तैयार यह राजमार्ग सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण मार्ग मंडी में फोरलेन के साथ जुड़कर मनाली तक जाएगा। जिसके बाद सीमा सड़क संगठन की देखरेख में तिब्बत बॉर्डर तक पहुंचेगा। भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित अटारी बॉर्डर से आरंभ हो कर अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर, नादौन, हमीरपुर, टौणीदेवी, अवाहदेवी, मंडी, कुल्लू और मनाली तक इसकी लंबाई करीब 427 किलोमीटर होगी।
पाँच विधानसभा क्षेत्र के लोगों को मिलेगा लाभ
प्रदेश के पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए यह राजमार्ग जीवनरेखा का पर्याय बनेगा जिसके लिए लैंड एक्शन का कार्य लगभग मुकम्मल हो चुका है यह राष्ट्रीय मार्ग हमीरपुर, सुजानपुर सरकाघाट, धर्मपुर और मंडी सदर की करीब आठ लाख आबादी को बेहतर सड़क सुविधा और प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों कुल्लू, मनाली, रोहतांग और लेह से भी जोड़ देगा।
हमीरपुर व मंडी जिलों में ये होंगे प्रभावित
काबिले जिक्र है कि हमीरपुर से कोट, टौणीदेवी, पंजोत और अवाहदेवी कस्बे इस सड़क मार्ग के निर्माण से प्रभावित होंगे जबकि मंडी जिले के चोलथरा, कांगो का गहरा, रखोह, सरकाघाट, जमसाई, दमसेहड़ा, परसदा, पारछु, हुक्कल, ख्यालग, लौंगणी, शिवद्वाला, सरोहली, बनाल, हवाणी, बरोटी, लुधियाना, कोठी, भतौर, कुम्हारड़ा, सिहन, कोटली, साईगलू,साई, सतोहल और तल्याहड़ जैसे साठ गांव भू अधिग्रहण से प्रभावित होंगे। इसमें 3-स्माल, 3-ए कैपिटल जैसी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद 3-डी का कार्य अंतिम चरण में है।