क्षय रोग उन्मूलन में सभी का सहयोग आवश्यक: राघव शर्मा **** 16 से 30 नवम्बर तक चलाया जाएगा टीबी उन्मूलन के लिए विशेष अभियान
धर्मशाला / 14 नवम्बर / एन एस बी न्यूज़
मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के तहत् क्षय रोग उन्मूलन के लिए 16 से 30 नवम्बर, 2019 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी आज वीरवार को अतिरिक्त उपायुक्त राघव शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपायुक्त कार्यालय के नैनसुख सभागार में आयोजित जिला क्षयरोग निवारण समिति की बैठक के दौरान दी। उन्होंने टीबी मुक्त हिमाचल के संकल्प को पूरा करने के लिए सभी से मिलकर प्रयास करने का आग्रह किया।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि क्षय रोगी की पहचान करके समय पर इलाज से बीमारी से निजात पाई जा सकती है। सभी अस्पतालों में इस रोग का इलाज निःशुल्क किया जाता है। उन्होंने निजी स्वास्थ्य संस्थानों, समाजसेवी संस्थाओं का भी आह्वान किया कि वे सभी प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने में सक्रिय सहयोग दें।
एडीसी ने कहा कि विश्व में एक करोड़ मामले प्रतिवर्ष आ रहे हैं जिसमें एक चौथाई भारत से हैं। क्षय रोग सक्रांमक रोगों में मृत्यु का प्रमुख कारण हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस वर्ष क्षय रोग के 14888 मामले प्रकाश में आए हैं जिसमें से 3132 मामले जिला कांगड़ा में पाए गये हैं। उन्होंने बताया कि बिगड़ी हुई टीबी(एमडीआर)के प्रदेश में 455 मामले हैं जिसमें से 79 मामले कांगड़ा जिला के हैं।
उन्होंने बताया कि क्षय रोग उन्मूलन के लिए 16 से 30 नवम्बर तक जिला में चलाए जा रहे अभियान में 2 लाख 10 हजार 370 लोग चिहिन्त किये गये हैं जिसके लिए जिला में 657 टीमें गठित की गई हैं। इस टीम में एक आशा कायकर्ता तथा एक स्वास्थ्यकर्ता जो घर-घर जाकर लोगों के टीबी लक्षणों के बारे में पूछेगें तथा उनकी जांच करेंगे। उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से ज्यादा खंासी, शाम के समय बुखार का आना, खांसते समय बलगम में खून आना, छाती में दर्द होता हो या सांस फूलती हो, गर्दन या बगल में गांठें हों या भूख और वजन कम हो रहा हो तो टीबी के लक्षण हो सकते हैं।
शर्मा ने जेल, अनाथालय, शैक्षिक छात्रावास, उद्योगों में कार्यरत झुग्गी-झोपड़ियों के लोगों को इस मुहिम में कवर करने के सभी विभागों को निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त पंचायती राज विभाग पंचायतों के माध्यम से लोगों को इस अभियान में शामिल करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला के 19 अस्पतालों में हैल्प डेस्क स्थापित किये गये हैं ताकि वहां आने वाले मरीजों व उनके सम्बन्धियों में यदि क्षय रोग के लक्षण पाए जाएं तो तुरन्त उनको जांच की सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि इस विशेष अभियान के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों को टीबी मुक्त एप के बारे में भी जागरूक करेंगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने बताया कि निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत टीबी मुक्त हिमाचल अभियान हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा सभी टीबी रोगियों को उपचार अवधि में पांच सौ रुपये प्रतिमाह पोषण सहायता प्रदान की जा रही है।
बैठक में चाइल्ड हेल्पलाईन के निदेशक रमेश मस्ताना, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ.कुलदीप वरवाल, एमएस टांडा सुरिन्द्र सिंह, डेलेक अस्पताल से डॉ.सोनम, खंड चिकित्सा अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।