धरती के सुख अल्प हैं, जबकि ईश्वरीय सुख असीम एवं अनंत है-अतुल कृष्ण जी महाराज
नैहरियां / अम्ब 14नवम्बर / एन एस बी न्यूज़ :
चित्त कीप्रसन्नता परमात्मा का असली प्रसाद है। संसार की वस्तुओं कीप्राप्ति से मोह, चिन्ता, भय एवं तृष्णा बढ़ती है। जबकि प्रभु केप्रसाद से यह सब दोष दूर होकर मानव जीवन सफल हो जाता है। जोईश्वर का चिन्तन करते हैं उन्हें अंत: करण की प्रसन्नता प्राप्त होती है। भौतिक साधनों का हम औषधवत उपयोग करें।
उक्त अमृतवचनश्रीमद् भागवत कथा के समापन सत्र में परम श्रद्धेय अतुल कृष्णमहाराज ने बद्रीदास आश्रम नैहरियां में व्यक्त किए। उन्होंने कहाकि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से जीते जी मुक्ति प्राप्ति होती है।जन्म-जन्मांतर की थकान भगवान की कथा ही मिटा सकती है। सच्चेसुख के लिए जगत की आसक्ति छोड़नी होगी। प्रभु की याद में मीराका रोना सभी के हृदय में ईश्वरीय भाव जागृत कर देता है। पर एकअभिनेता, अभिनेत्री या कोई कलाकार जब रोता है तो अंत:करण सेनहीं रोता, वह प्रपंच कर रहा है। मीरा कुछ कमाने, दिखाने याफरियाद के लिए नहीं रोती या नाचती, मीरा प्रभु प्रेम में बसडूब जाती है। फिर क्या हो रहा है यह मीरा को भी पता नहींरहता।
महाराजश्री ने कहा कि भगवान की कथा सुनकर संसार केकर्म करते हुए भी परम पद पाया जा सकता है। धरती के सुख अल्पहैं जबकि ईश्वरीय सुख असीम एवं अनंत है। कथा में सुदामा कोऐश्वर्य की प्राप्ति, सुभद्रा विवाह, भगवान का स्वधाम गमन एवं परीक्षितके मोक्ष का प्रसंग सभी ने अत्यंत श्रद्धा से सुना। कथा के पश्चातप्रतिदिन की तरह विशाल लंगर-भंडारे का भी आयोजन किया गयाजिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसरपर प्रमुख रूप से यशपाल वर्मा, यमुनादास, रामप्रकाश, अषोकशर्मा, रामजी दास, नानकचंद दत्ता, चैन सिंह, सर्वजीत सिंह, अशोकवर्मा, पं अश्विनी शर्मा, ओमदत्त शर्मा, जगदीश शर्मा, जोगराज शर्मा,जगदेव चंद, शुकदेव शर्मा, रमेष शर्मा, मेहरचंद, मोहन शर्मा,मंगल सिंह, जागीर सिंह, पं किसनचंद, मास्टर केशवचंद लाहड़,राजाराम शर्मा, अभिषेक, पंकज बस्सी, निहाल गर्ग, राजकुमारडुहकी, पूनम दत्ता, आराधना गर्ग, ज्योति ठाकुर, रचना शर्मा,धन्नो देवी, पूनम शर्मा, बबली शर्मा, नेहा शर्मा, प्रेमलता शर्मा,भावना शर्मा, पूजा शर्मा, तृप्ता बस्सी, लता शर्मा चकसराय, तृप्तावर्मा, सुनीता वर्मा, चंचला बस्सी, मनु बस्सी, मीनू बस्सी, ब्रह्मी वशालू दत्ता, सहित अन्य उपस्थित रहे।
फोटो–नैहरियांमें प्रवचन करते हुए अतुल कृष्ण महाराज व कथा का रसपानकरते भक्तजन।