ऊना / 24 अक्तूबर / राजेश चब्बा
हरोली ब्लॉक के बी.आर.सी.भवन में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान देहलां के सौजन्य से खण्ड हरोली व खण्ड गगरेट के शिक्षकों के लिए चल रही प्रबल पर आधारित 3 दिवसीय कार्यशाला का गुरुवार को समापन हो गया। कार्यशाला का समापन गुरुवार को मुख्यतिथि के रूप में डाइट ऊना के प्रिंसिपल दविंदर चौहान ने किया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को हमने सफल बनाना है जिसके लिए हमे मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से हमारे स्कूलों के विद्यार्थियों को काफी लाभ प्राप्त होगा। इस कार्यशाला में गणित व प्राइमरी अद्यापको ने अंतिम दिन गुरुवार को शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स प्राप्त किये।
बीआरसी नंद किशोर व विजय कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला में ऊना में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के चलते जेबीटी अद्यापको को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसके कारण छोटी आयु के बच्चों को शुरू से ही बेहतरीन शिक्षा प्रदान कर उनका भविष्य उज्ज्वल बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रबल के तहत नवमं कक्षा के कमजोर छात्रों के स्तर को भी सुधारा जाएगा। जिसमे बच्चों को प्रदान किए जाने वाले अधिकारों,सुविधाओं और बेसिक एजुकेशन के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग की तरफ से जिला ऊना में नवम कक्षा विद्यार्थियों के लिए उपचारात्मक शिक्षण का पायलेट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है उसको पूरा करने के लिए स्कूलों में भरसक प्रयास किए जाएंगे। जिससे प्रोजेक्ट कार्यकम सफल हो सके।
इस मौके पर मुख्यतिथि के अलावा,वीआरसी नंद किशोर, विजय कुमार,डाइट समन्वयक मीना शर्मा,रिसोर्स पर्सन कुलदीप सिंह,राकेश कुमार,जोगिंदर सिंह,सीमा शर्मा,रिषु,अध्यापक गौतम राम सैनी,संजीव जसवाल,सुनील धीमान,अरविंद भारद्वाज, राजिंदर कुमार,सोहन सिंह,विन्दीया,कमलेश कुमारी,सतिन्द्र कौशल,रंजीत कुमार व गगन कुमार सहित अन्य अध्यापक उपस्थित थे। फ़ोटो कैप्शन : हरोली के बीआरसी भवन में चल रहे तीन दिवसीय सेमिनार के समापन अवसर पर अद्यापक डाइट के प्रिंसिपल दविंदर चौहान से साथ सामुहिक चित्र में*