अम्बाला लोकसभा सांसद रत्न लाल कटारिया ने आज लघु सचिवालय अम्बाला शहर में पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत 3 बच्चों, जिनके माता-पिता की कोविड के दौरान मृत्यु हो गई थी, उन्हें योजना के तहत सहायता किट की वितरित
अम्बाला / 30 मई / न्यू सुपर भारत
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से आज एसडीएम कार्यालय अम्बाला शहर स्थित एनआईसी कॉन्फ्रेंस हाल में पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अम्बाला लोकसभा सांसद रत्न लाल कटारिया ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस मौके पर उनके साथ विधायक असीम गोयल नन्यौला, मंडलायुक्त रेनू एस. फुलिया, महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा0 जी. अनुपमा, उपायुक्त विक्रम सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त सचिन गुप्ता, एसडीएम हितेष कुमार, महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त निदेशक राज बाला कटारिया भी मौजूद रहे।
इस मौके पर मुख्य अतिथि ने पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत 3 बच्चों, जिनके माता-पिता की कोविड के दौरान मृत्यु हो गई थी, उन्हें सहायता किट वितरित करने का काम किया। इस किट में योजना के अंतर्गत 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के उपरांत 23 वर्ष की आयु तक बजट की उपलब्धता अनुसार 10 लाख रुपये की राशि उच्च शिक्षा/स्वरोजगार के लिये, 5 लाख रुपये आयुष्मान कार्ड के तहत स्वास्थ्य लाभ के लिये तथा अन्य दिये जाने वाले लाभ शामिल हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया संदेश वी.सी. के माध्यम से लाईव देखा व सुना गया।श्री कटारिया ने इस मौके पर कहा कि सरकार ने कोविड महामारी से निपटने के लिये सराहनीय कार्य किये गये हैं, जिसकी डब्ल्यूएचओ ने भी प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र के आठ वर्ष पूरे हुए हैं और आज नौवें वर्ष के उपलक्ष में कोविड महामारी के दौरान जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया है, उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये इस योजना के माध्यम से उन्हें लाभ देने का काम किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को अनाज उपलब्ध करवाने का काम किया गया है। केन्द्र व प्रदेश सरकार की जितनी की नीतियां हैं, उनका दरवाजा गरीब आदमी के दरवाजे पर खुलता है। उन्होंने आज जिन तीन बच्चों को इस योजना के तहत लाभ प्रदान किया गया है, उनको आश्वस्त किया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि हम सबकों मिलकर अंत्योदय की भावना से आर्थिक रूप से पिछड़े व कमजोर वर्गों एवं ऐसे बच्चों के लिये सहानुभूति का रवैया अपनाते हुए उनकी सहायता करनी चाहिए तथा उन्हें आगे बढऩे के लिये प्रोत्साहित करना चाहिए।
इस मौके पर विधायक असीम गोयल नन्यौला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर वर्ग के उत्थान के लिये निरंतर कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आगे आते हुए इस बीमारी से निपटने के लिये सभी पुख्ता इंतजमा किये और स्वास्थ्य की दृष्टि से हर बेहतर कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के अभिभावक कोरोना काल में चले गये हैं, उनकी क्षति तो पूरी नही की जा सकती लेकिन इन बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिये केन्द्र व प्रदेश सरकार उनके साथ हमेशा खड़ी है और इसी कड़ी में आज पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत उन्हें इस योजना का लाभ दिलाकर उनकी सहायता करने के मकसद से थोड़ा सा प्रयास किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इन बच्चों को व्यक्तिगत तौर पर यदि कोई भी सहायता अथवा जरूरत होगी तो वे हमेशा उनके साथ खड़े हैं।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी.अनुपमा ने तीनो बच्चों से मिलकर उनसे जीवन में आगे वह क्या करना चाहते हैं, इस बारे में जानकारी हासिल की और उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार उनके उज्जवल भविष्य के दृष्टिगत साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के अभिभावक कोरोना काल में चले गये थे, आज उन्हें इस योजना का लाभ प्रधान करने का काम किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कि ऐसे सभी बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे, उनके लिये यह योजना शुरू की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि कोई बच्चा टेक्नीकल एजुकेशन के तहत आगे बढऩा चाहता है, तो उसके लिये दो सीटें आरक्षित करने का काम किया गया है। आयुष्मान कार्ड के तहत पांच लाख रुपये तक की चिकित्सा का लाभ ले सकते हैं। किसी बच्चे को यदि कोई कोर्स अथवा उच्च शिक्षा प्राप्त करनी है तो उसे स्कॉलरशिप देने का काम किया जाएगा।
मंडलायुक्त रेनू एस. फुलिया व उपायुक्त विक्रम सिंह ने भी पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के बारे में जानकारी दी और मौके पर आये इन तीनो बच्चों के संरक्षकों को भी कहा कि सरकार द्वारा जो यह कार्य किया गया है, उससे इन बच्चों को काफी सहायता मिलेगी और उनका भविष्य भी सुरक्षित होगा।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अनुसार मिलने वाला लाभ:- इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 महामारी के दौरान अनाथ हुए सभी बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 2500 रुपए मासिक के साथ 12000 रुपए वार्षिक (प्रति बच्चा) प्राप्त हो रहे है, जो की 18, वर्ष की आयु तक ही मिलने है। उसके बाद 18 से 23 वर्ष तक पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम अनुसार इन्ही बच्चों को लाभ दिया जाना है।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के अनुसार मिलने वाला लाभ:- इस योजना के अनुसार जो बच्चे कोविड- 19 महामारी के दौरान अनाथ हो गये है अर्थात जिन्होंने अपने जैविक माता पिता / सरंक्षक / दत्तक माता-पिता को खो दिया है, उन्हें इस योजना के अंतर्गत 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के पश्चात 23 वर्ष की आयु तक बजट की उपलब्धता अनुसार और इस स्कीम के नियमानुसार अधिकतम दस लाख की राशि उच्च शिक्षा / स्वरोजगार के लिए और मुफ्त स्वास्थ्य सेवायें/ बीमा कार्ड / आयुष्मान हेल्थ कार्ड और मुफ्त आश्रय संरक्षक न होने पर बाल देखभाल संस्थानों में प्रदान किया जायेगा।