चंबा / 14 सितंबर / न्यू सुपर भारत
विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ हंसराज ने कहा कि चुराह विधानसभा क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत विभिन्न पेयजल योजनाओं में लगभग 150 करोड पर व्यय किए जा रहे हैं। जिसमें 50 करोड़ रुपए की 40 योजनाओं के कार्य प्रगति पर है और 50 करोड की योजनाएं नाबार्ड व अन्य मदों के माध्यम से स्वीकृत हो चुकी है। निर्माण कार्य एक माह के भीतर शुरू कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त चार पेयजल और सिंचाई परियोजनाओं की डीपीआर को भी तैयार किया गया है।
विधानसभा उपाध्यक्ष आज ग्राम पंचायत दियोला में विभिन्न पेयजल योजनाओं के संवर्धन एवं सुधार कार्य का शुभारंभ करने के उपरांत आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे ।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायत दियोला की विभिन्न पेयजल योजनाओं के संवर्धन एवं सुधार कार्य के लिए लगभग 58 लाख रुपयों की राशि व्यय होगी। जिससे 5 गांवों दियोला ,धार ,गदियोग ,धेवा व कठेड के 354 परिवारों को सुचारू पेयजल सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा क्षेत्र चुराह के सभी गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल पहुंचाना सुनिश्चित किया जा रहा है। डॉ हंसराज ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि फंनौता गांव को भी दिसंबर माह तक सड़क सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी।
इससे पहले विधानसभा उपाध्यक्ष ने हनुमान मंदिर से गड़ोड गांव तक संपर्क सड़क का शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि इस सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा । सड़क के निर्मित होने से ग्राम पंचायत जसौरगढ़ के 15 गांवों के सैकड़ों लोगों को सुविधा हासिल होगी ।
उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि जनवरी माह तक इस सडक का निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए गए हैं ।इस दौरान उन्होंने गदियोग गांव का भी दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान भी किया।
इस अवसर पर अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग केवल शर्मा ,अधिशासी अभियंता जोगिंदर शर्मा ,सहायक अभियंता लोक निर्माण शैलेश राणा, सहायक अभियंता जल शक्ति विभाग संजय कौशल, सहायक अभियंता विद्युत दीवान चंद गुप्ता ,वन परिक्षेत्र अधिकारी जगजीत चावला, मंडल उपाध्यक्ष शुभम ठाकुर ,मंडल महामंत्री यशपाल ध्यक्ष अनुसूचित जाति मोर्चा गोविंद सहित पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि और स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।