श्रम कानूनों में फेरबदल को लेकर 2 अगस्त को जिला मुख्यालय ऊना पर किया जाएगा रोष प्रदर्शन : सीटू
श्रम कानूनों में फेरबदल को लेकर 2 अगस्त को जिला मुख्यालय ऊना पर किया जाएगा रोष प्रदर्शन : सीटू
ऊना, 31 जुलाई :
मिड-डे मील वर्करज यूनियन जिला ऊना का सम्मेलन बुधवार को स्थानीय बचत भवन में हुआ। बैठक की अध्यक्षता सीटू राज्य अध्यक्ष जगत राम ने की। बैठक के दौरान वर्करों ने श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी फेरबदल को लेकर रोष जताया और निर्णय लिया गया कि इसको लेकर 2 अगस्त को जिला मुख्यालय ऊना पर प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं 4 सितंबर को पूरे प्रदेश भर में मीड-डे मील वर्करज वेतन बढ़ोतरी के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे। सीटू राज्य अध्यक्ष जगत राम ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश में मिड-डे मील वर्करज का बड़े पैमाने पर शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी फैसले लिए जा रहे हैं, जिससे मालिकों को मुनाफा कमाने में खुली छूट मिल रही है। बैठक में वर्करों ने मांग कि गई के मिड-डे मील वर्करज को सरकार द्वारा तय न्यूनतम वेतन 7500 रुपये प्रमिमाह दिया जाए। इसके साथ ही वेतन 10 से बढ़ाकर 12 माह किया जाए। मिड-डे मील वर्करज की नौकरी से संबंधित 25 बच्चों की शर्त को हटाया जाए। मिड-डे मील योजना को एनजीओ को न दिया जाए। सम्मेलन में मिड-डे मील यूनियन की प्रधान बलविंदर कौर ने संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। सीटू जिला महासचिव गुरनाम सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों से मिड-डे मील वर्करज के वेंतन में एक रुपये की बढ़ोतरी नहीं की है, जो कि सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भी केवल नाम मात्र ही बढ़ोतरी की है। सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों ने सरकार की मजदूर व मीड-डे मील वर्कजर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने का आह्वान किया।
21 सदस्यों की नई कमेटी चुनी
सम्मलेन के दौरान मिड-डे मील वर्करज की 21 सदस्यों की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति द्वारा प्रधान की जिमेवारी बलविंदर कौर को दी गई। वहीं उपप्रधान सुरेखा व कमल देव, महासचिव अनुराधा, सचिव सुषमा, कोषाध्यक्ष सुदेश कुमारी व अन्य कार्यकारिणी सदस्यों में कामनी, बक्शो देवी, उर्मिला, सुषमा देवी, रचना देवी, सिंदो देवी, सोमा देवी, वंदना देवी, सुनीता देवी को चुना गया।