January 10, 2025

चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेला 1 से 9 अगस्त तक: डीसी ऊना

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चिंतपूर्णी श्रावण अष्टमी मेला 1 से 9 अगस्त तक: डीसी

-कानून व्यवस्था के लिए दस सैक्टरों में बंटेगा मेला क्षेत्र, एक हजार से अधिक जवान होंगे तैनात

-मेले के दौरान प्रबंधन में सर्वश्रेष्ठ रहने वाली पंचायत को बतौर प्रोत्साहन राशि मिलेंगे एक लाख रूपए

ऊना/चिंतपूर्णी, 01 जुलाई :

सोमवार को उपायुक्त ऊना संदीप कुमार की अध्यक्षता में यात्री सदन भरवाईं में मेले के सफल आयोजन को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया। माता चिंतपूर्णी मंदिर में इस वर्ष श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन 1 से 9 अगस्त तक किया जा रहा है। मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को दस सैक्टरों में बांटा जाएगा तथा सुरक्षा की दृष्टि पुलिस के 350 जवान और होमगार्ड के 700 जवान शामिल होंगे। डीसी ने बताया कि मेले के दौरान एएसपी, ऊना विनोद धीमान बतौर पुलिस मेला अधिकारी, डीएसपी अंब मनोज जम्बाल उप पुलिस मेला अधिकारी और बीएमओ अंब बतौर मेला चिकित्सा अधिकारी तैनात रहेगें। इसके अतिरिक्त चार क्यूआरटी दस्तों की भी तैनाती की जाएगी। डीसी ने बताया कि माता चिंतपूर्णी के दर्शनों के लिए दर्शन पर्ची एडीबी पार्किंग में मिलेगी। डीसी ने बताया कि मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र में लगभग 130 अस्थाई शौचालय निर्मित किए जाएंगे जबकि इस दौरान जाम इत्यादि से निपटने के लिए रिकवरी वैन भी तैनात की जाएंगी। इस दौरान साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था लंगर आयोजकों को बनाए रखनी होगी तथा प्लास्टिक व थमोर्कोल का इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर क्षेत्र की पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधियों का आहवान किया कि वह मेले के सफल एवं सुचारू आयोजन में अपनी पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित करें। उन्होंने मेले के दौरान प्रबंधन में सर्वश्रेष्ठ रहने वाली पंचायत को एक लाख रुपए देने की घोषणा की। डीसी ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक की 8 तथा आयुर्वेदिक की 4 पोस्टें भी स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा गगरेट, अंब तथा मैडिकल पोस्ट भरवाईं व चिंतपूर्णी में 108 राष्ट्रीय एंबुलैंस सेवा उपलब्ध रहेगी। मेले के दौरान आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्रिशमन वाहन भी तैनात रहेंगें। उन्होंने बताया कि मेला अवधि के दौरान लाइन में लगे श्रद्धालुओं को समुचित पेयजल की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए भी सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

ढोल-नगाड़े, चिमटे बजाने पर बैन

डीसी ने बताया कि मेला के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले नारियल के अतरिक्त ढोल-नगाड़े, लाउडस्पीकर व चिमटा इत्यादि बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान किसी को भी डीजे चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी तथा जो लोग इसकी उल्लंघना करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेला शुरू होने से पूर्व सडकों की व्यवस्था को दुरूस्त करने के भी निर्देश दिए। डीसी ने बताया कि मेले के आयोजन को लेकर अगली समीक्षा बैठक 15 जुलाई को प्रात: 11 बजे भरवाईं स्थित यात्री सदन में आयोजित की जाएगी। उन्होंने सभी विभागों को मेले के आयोजन को लेकर अपने-अपने विभाग से संबंधित सभी तैयारियों सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि आगामी बैठक में इसकी समीक्षा की जा सके।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, एएसपी विनोद कुमार धीमान, एसडीएम अंब तोरूल एस रवीश, एसडीएम देहरा डीएस ठाकुर, डीएसपी देहरा एलएम शर्मा, मंदिर अधिकारी जीवन कुमार, स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डा. निखिल, बीएमओ गगरेट डा. एसके वर्मा, बीएमओ अंब डा. राजीव गर्ग, आरटीओ एमएल धीमान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व मंदिर क्षेत्र की पंचायतों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

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